पिछले दिनों ट्विटर ने गायक अभिजीत सिंह का ‘अकाउंट’ बंद कर दिया. उन्होंनें जेएनयू की छात्रा शहला रशीद पर अभद्र टिप्पणी की थी. फिल्म अभिनेता और भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांस परेश रावल को लेखिका अरूंधति रॉय के बारे में की गई ‘अपमानजनक’ ट्वीट को हटाना पड़ा. ये दोनों फिल्मी दुनिया के बड़े नाम हैं.
ट्विटर ने यह कदम उठाकर गाली-गलौच, अभद्र और अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने वालों को स्पष्ट संदेश देने का काम किया.
अभिजीत के ‘अकाउंट’ को बंद करने के बाद ट्विटर ने कहा “हमारे नियम स्पष्ट हैं और हम उसे लागू करते हैं. हम चाहते हैं कि लोग विभिन्न विचारों और विश्वास को व्यक्त करने में सुरक्षित महसूस करें लेकिन यह गाली-गलौच, जानबूझकर किसी को परेशान करने, धमकाने या किसी के आवाज को बंद करने वाली लाइन को पार नहीं करे. जो हमारे पॉलिसी का उल्लंघन करते हैं, अपने एकाउंट को थोड़े समय या पूरी तौर पर बंद पा सकते हैं. हम प्रत्येक व्यक्ति को अभद्र व्यवहार करने वालों का रिपोर्ट करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं.”1
ट्विटर उपयोग से पहले सुरक्षा संबंधी नियमों को पढ़ने की सलाह देता है. यह अंग्रेजी के साथ-साथ हिन्दी अन्य छह भारतीय भाषाओ में भी है. ट्विटर सुरक्षा और इस मंच के बेहतर इस्तेमाल के लिए समय-समय पर संदेश देते रहता है.
ट्विटर ने अपने मंच के बेहतर इस्तेमाल, स्वस्थ्य संवाद स्थापित करने और ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए ट्वीसर्फिंग अभियान शुरू किया है. ट्वीसर्फिंग से जुड़े अमिताभ कहते हैं “हम भारतीय, उपयोग से पहले मैनुअल पढ़ने में विश्वास नहीं करते जबकि ट्विटर किसी आपत्तिजनक पोस्ट पर रिपोर्ट करने से लेकर तमाम तरह के सुरक्षा निर्देश देता है.”
Mute: one of the many tools to give you the power to stay safe while expressing yourself on Twitter #SID2016 pic.twitter.com/WNEZZvTeHI
— Twitter Safety (@TwitterSafety) February 10, 2016
ट्वीसर्फिंग का उदेश्य विभिन्न विचारों के लोगों के बीच एक सार्थक संवाद स्थापित करना है. अमिताभ कहते हैं “ट्विटर पर जीतने-हारने की होड़ लगी रहती है, लोग एक-दूसरे को नीचा दिखाने में लगे रहते हैं, अलग-अलग विचारों के लोगों को कैसे सहमत किया जाए और बात गाली-गलौच तक न जाए हम इसके लिए लोगों को प्रशिक्षित कर रहे हैं.”
मुसीबत में फंसे प्रवासी भारतीय को ट्विटर के माध्यम से मदद पाने के मामले सुनने को मिलते रहते हैं. भारतीय रेलवे ने भी कई मामलों मे ट्वीट संदेश भेजने के बाद कार्यवाई की है. वहीं ट्विटर के जरिये चलाये गए कई अभियान सफल हुए हैं. अमिताभ आगे कहते हैं कि एक स्वस्थ्य संवाद बनाने में ट्विटर काफी मददगार हो सकता है. इसके लिए हम 14 दिनों का ‘ट्वीटशिप’ चलाने का प्लान कर रहे हैं, यह 140 घंटे का इंटर्नशिप होगा. इसमें ट्विटर के बेहतर इस्तेमाल के बारे में प्रतिभागियों को बताया जाएगा.
ऐसा नहीं है कि ट्विटर पर केवल कम-पढ़े लिखे, नये अकाउंट खोलने वाले या तकनीक की कम जानकारी रखने वाले लोग दुर्व्यवहार या फ्रॉड के शिकार होते हैं. ट्विटर पर हर तबके के लोग अभद्र भाषा और ‘ट्रोलिंग’ के शिकार होते दिखे हैं.
अमिताभ कहते हैं “ट्विटर का उपयोग करने वाले ज्यादातर लोगों को सामाजिक बदलाव के लिये इसका बेहतर इस्तेमाल कैसे किया जाये, इस बाबत प्रशिक्षित करने की जरूरत है.” मालूम हो कि, ‘आधार’ की प्राइवेसी के संबंध में ट्वीट करने पर क्रिकेटर महेन्द्र सिंह धोनी की पत्नी साक्षी धोनी को ट्विटर पर ट्रोल किया गया.
छोटे पर्दे पर लोकप्रिय अभिनेत्री रिधी डोगरा #ट्वीसर्फिंग के लिए दिए अपने संदेश में कहती हैं “मेरे बहुत सारे दोस्त ट्विटर पर आना चाहते हैं, लेकिन परेशान किए जाने की डर से वे अब तक यहां नहीं हैं”
हालांकि ट्विटर पर अभद्र भाषा प्रयोग करने पर कई लोगों ने बोल्ड फैसले लेकर एक नजीर पेश की है. पेशे से पत्रकार साक्षी जोशी ने संदीप उपाध्याय नाम के शख्स के द्वारा ट्विटर पर अभद्र टिप्पणी करने पर पुलिस के पास शिकायत दर्ज की. पुलिस ने कार्यवाई करते हुए आरोपी को सूचना तकनीकी अधिनियम और भारतीय दंड संहिता, 1860 के तहत जेल भेजा.
साक्षी जोशी कहती हैं “साइबर स्पेस में किसी को गाली देना बहुत आसान हो गया है, इन्हे लगता है कि हम कुछ भी बोल कर निकल जाएंगे …..एक लड़की ब्लॉक कर देगी, रिपोर्ट कर देगी, या अनफ्रेंड कर देगी… लड़कियों को लगता है कि इसमें हमारी बदनामी है लेकिन इसमें लड़कियों कि बदनामी नहीं है, बदनामी उनकी है जो ऐसा करते हैं”
साइबर स्पेस में दुर्व्यवहार करने के खिलाफ कई कानून है, और यह उतना ही सख्त है जितना कोई अन्य कानून, जरूरत इन कानूनों को सख्ती से लागू करने की है.
Report abuse on Twitter more easily than ever. Find out how to protect yourself and others.https://t.co/1MEfTzkfFL
— Twitter Safety (@TwitterSafety) April 25, 2016
अंग्रेजी की मशहूर कहावत है ‘प्रिवेन्सन इज बैटर दैन क्योर’ यानि इलाज से बेहतर बचाव है. यह हर जगह उतना ही सही है, जितनी कि बीमारी के इलाज में. चाहे बीमारी साइबर स्पेस से जुडी ही क्यों न हो. बेहतर है, ट्विटर के इस्तेमाल से पहले उसका ‘मैन्युअल’ पढ़िये और दिल खोल कर ट्वीट कीजिए.
1. (भावानुवाद)
.@suhelseth shares some funny and interesting anecdotes from his #Twitter experiences! https://t.co/XQMCYY6yjt
— TweeSurfing (@TweeSurfing) July 10, 2017