नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को गुजरात में स्थित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दिन को राष्ट्रीय एकता दिवस (Rashtriya Ekta Diwas) के रूप में पूरे देश में मनाया गया। कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने कांग्रेस और पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू पर अनुच्छेद 370 और कश्मीर मुद्दे को लेकर तीखा प्रहार भी किया।
सरदार पटेल को पीएम मोदी की श्रद्धांजलि
सुबह 8 बजे प्रधानमंत्री मोदी स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पहुंचे और वहां सरदार पटेल की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद उन्होंने एकता दिवस समारोह (Ekta Diwas Samaroh) में हिस्सा लिया, जिसमें भारत की एकता, अनुशासन और सांस्कृतिक विविधता को दर्शाया गया।
पीएम मोदी ने एक्स (X) पर पोस्ट करते हुए लिखा कि भारत, सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता है। वे भारत के एकीकरण के सूत्रधार थे, जिन्होंने राष्ट्र की नींव मजबूत की। राष्ट्रीय एकता, सुशासन और सार्वजनिक सेवा के प्रति उनका समर्पण पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा। आइए, हम सभी एक सशक्त, आत्मनिर्भर और एकजुट भारत के उनके सपने को साकार करने का संकल्प दोहराएं।”
एकता परेड और राष्ट्रीय एकता प्रतिज्ञा
कार्यक्रम में एकता परेड का उद्घाटन हुआ और प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय एकता प्रतिज्ञा दिलाई। इस परेड में गार्ड ऑफ ऑनर, फ्लैग मार्च और महिला अधिकारियों द्वारा संचालित दलों ने भाग लिया। पुलिस, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल, एनसीसी और विभिन्न बैंड दस्तों के साथ-साथ घोड़े, ऊंट और कुत्तों की टुकड़ियों ने भी हिस्सा लिया।
“550 रियासतों का भारत में विलय कराया”: पीएम मोदी
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि स्वतंत्रता के बाद सरदार पटेल ने 550 से अधिक रियासतों को भारत में मिलाकर असंभव को संभव किया। उन्होंने कहा कि “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” का सपना पटेल जी का था।
मोदी ने कहा कि सरदार पटेल पूरे कश्मीर को भारत में शामिल करना चाहते थे, लेकिन तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने ऐसा नहीं होने दिया। कश्मीर को अलग संविधान और अलग झंडे के साथ बांट दिया गया। कांग्रेस की गलती से देश को दशकों तक जलना पड़ा। कमजोर नीतियों के कारण पाकिस्तान ने आतंकवाद को बढ़ावा दिया और कश्मीर का एक हिस्सा उसके कब्जे में चला गया। देश ने इसकी बड़ी कीमत चुकाई, पर कांग्रेस हमेशा आतंकवाद के सामने झुकती रही।
नक्सलवाद खत्म करने का संकल्प : मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार देश से नक्सलवाद (Naxalism) को पूरी तरह समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। साथ ही उन्होंने अवैध घुसपैठ (illegal infiltration) के मुद्दे पर भी कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि सरकार हर घुसपैठिए को देश से बाहर निकालने का संकल्प लेकर काम कर रही है।
मोदी ने कहा कि दुर्भाग्य से सरदार साहब के निधन के बाद की सरकारों में देश की संप्रभुता के प्रति वैसी गंभीरता नहीं रही। एक ओर कश्मीर में की गई गलतियां, दूसरी ओर उत्तर-पूर्व की समस्याएं और नक्सलवाद-आतंकवाद का फैलाव — ये सब राष्ट्रीय एकता के लिए बड़ी चुनौती थे। लेकिन उस समय की सरकारों ने सरदार साहब की नीति के बजाय कमजोर रवैया अपनाया।
