शिमला. ट्रेड यूनियनों की कमेटी द्वारा कालीबाड़ी हॉल में जिला स्तरीय अधिवेशन का आयोजन किया गया. अधिवेशन में सीटू, एटक और इंटक के लगभग 200 प्रतिनिधियों ने भाग लिया. अधिवेशन का उद्घाटन सीटू जिलाध्यक्ष बिहारी सेवगी ने किया.
अधिवेशन को शिमला जिला संयोजक विजेंद्र मेहरा, सीटू नेता रमाकांत मिश्रा, बाबू राम, हिमी देवी, एटक के राज्य अतिरिक्त सचिव राकेश श्याम, एटक प्रेस सचिव संजय शर्मा, इंटक के सेक्रेटरी जनरल बी एस चौहान आदि ने सम्बोधित किया.
मंच ने ऐलान किया है कि 22 जनवरी को प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों में सत्याग्रह आंदोलन किया जाएगा. 2 फरवरी को केंद्रीय बजट के बाद शिमला, ठियोग, रामपुर और रोहड़ू में प्रदर्शन किए जाएंगे.
उन्होंने मांग की है कि बढ़ती महंगाई के मध्यनजर मजदूरों का न्यूनतम वेतन 21 हजार रुपये किया जाए. आंगनबाड़ी, मिड डे मील और आशा जैसे स्कीम वर्करों के रोजगार को खत्म करने के लिए केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर किया है. उन्होंने मांग की है कि स्कीम वर्करों को 43वें राष्ट्रीय श्रम सम्मेलन की सिफारिश अनुसार रेगुलर किया जाए.