शिमला: हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश, अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन से सड़कों और अन्य बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान हुआ है. इन सभी विपरीत एवं कठिन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए व विद्यार्थियों और कर्मचारियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए वर्तमान सत्र के लिए हिमाचल स्कूल शिक्षा बोर्ड से संबद्ध सरकारी, निजी स्कूलों में मानसून अवकाश को पुनर्निर्धारित और समय से पहले/समायोजित करने का निर्णय लिया है.
छुट्टियों के दिनों की कुल संख्या समान रखने के लिए हरसंभव सावधानी बरती गई है, ताकि शिक्षण दिवस यथावत रहे. सरकार के आदेशों के अनुसार स्कूलों में मानसून ब्रेक 10 जुलाई से शुरू हो गया है. इस संबंध में उच्च शिक्षा निदेशालय की ओर से कार्यालय आदेश जारी किए गए है.
CBSE, ICSE से संबद्ध स्कूल अपने स्तर पर लेंगे फैसला
वहीं, राज्य में कार्यरत सीबीएसई, आईसीएसई व किसी अन्य शिक्षा बोर्ड से संबद्ध सरकारी, निजी स्कूल अपने स्तर पर अवकाश का फैसला ले सकते हैं. सरकार ने सलाह दी है कि विद्यार्थियों व कर्मचारियों की सुरक्षा हर स्तर पर सुनिश्चित की जाए. इसकी अनुपालन के लिए सभी संबंधितों को निर्देश दिए गए हैं.
स्कूलों में अब ये रहेगा मानसून ब्रेक का शेड्यूल
कुल्लू जिले के स्कूलों में अब मानसून अवकाश 10 जुलाई से 1 अगस्त तक 23 दिन का रहेगा. पहले यह 23 जुलाई से 14 अगस्त तक होना था. इसी तरह लाहौल-स्पीति जिले के स्कूलों में समर अवकाश 10 जुलाई से 20 अगस्त तक 42 दिन का रहेगा.
पहले ये छुट्टियां 17 जुलाई से 20 अगस्त तक होनी थीं. जनजातीय क्षेत्र किन्नौर, पांगी व भरमौर में मानसून अवकाश 10 से 15 अगस्त तक छह दिन का रहेगा. मौजूदा शेड्यूल के मुताबिक यह ब्रेक 22 से 27 अगस्त तक होना था. प्रदेश के अन्य ग्रीष्मकालीन अवकाश वाले स्कूलों में मानसून अवकाश अब 10 से 15 जुलाई तक छह दिन का रहेगा. मौजूदा शेड्यूल के तहत मानसून ब्रेक 22 से 27 जुलाई तक होना था.