नई दिल्ली. Shashi Tharoor on Pakistan Terrorism: कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ नो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रहा है। उन्होंने साफ कर दिया कि भारत अपने नागरिकों की हत्या करने वालों को किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ेगा, चाहे वे खुद हमलावर हों या उन्हें समर्थन देने वाले।
थरूर इस समय गुयाना में एक बहुदलीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल (Indian Delegation in Guyana) का नेतृत्व कर रहे हैं। इस दौरे का मकसद वैश्विक मंच पर भारत का यह स्पष्ट संदेश देना है कि Cross-border Terrorism को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
हम किसी को छिपने नहीं देंगे: थरूर का सख्त संदेश
India’s Stand on Cross-border Terror को दोहराते हुए थरूर ने कहा कि हमारा संदेश स्पष्ट है, हमें आतंकवाद के हर रूप के खिलाफ खड़ा होना होगा। सिर्फ हत्यारों को नहीं, बल्कि उन्हें फंड करने, ट्रेनिंग देने और हथियार पहुंचाने वालों को भी जवाबदेह ठहराना होगा। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि भारत ने पिछले चार दशकों से आतंकवाद को सहा है, लेकिन अब देश निर्णायक मोड में आ गया है।
सीमा पार कर हमारे लोगों को मारना अब सस्ता नहीं पड़ेगा
थरूर ने कहा कि कोई यह न सोचे कि वो सीमा पार करके हमारे नागरिकों की हत्या कर सकता है और बच निकल सकता है। अब इसकी क़ीमत चुकानी पड़ेगी। यही संदेश भारत सरकार दे रही है – आतंकवाद के खिलाफ एक नई सामान्य स्थिति का समय आ गया है।”
प्रवासी भारतीयों से एकजुटता की अपील
थरूर ने गुयाना में बसे भारतीय प्रवासियों से भी अपील की कि वे आतंकवाद के खिलाफ भारत के मजबूत रुख में समर्थन दें। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि आप सभी हमारे साथ खड़े हों, ताकत बनें और हमारे दृढ़ संकल्प का हिस्सा बनें।
थरूर के साथ प्रतिनिधिमंडल में कौन-कौन?
Shashi Tharoor Multilateral Delegation में विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि शामिल हैं:
शांभवी चौधरी (लोक जनशक्ति पार्टी)
सरफराज अहमद (झारखंड मुक्ति मोर्चा)
जीएम हरीश बलयागी (तेलुगु देशम पार्टी)
शशांक मणि त्रिपाठी, तेजस्वी सूर्या, भुवनेश्वर के लता (भाजपा)
मल्लिकार्जुन देवदा (शिवसेना)
अमेरिका में भारत के पूर्व राजदूत तरनजीत सिंह संधू
यह प्रतिनिधिमंडल अमेरिका और गुयाना के बाद अन्य देशों में भी भारत के रुख को प्रचारित करेगा। Shashi Tharoor on Pakistan Terrorism का यह सख्त रुख दर्शाता है कि भारत अब “Soft Target” नहीं है। आतंकी गतिविधियों के लिए जिम्मेदार किसी भी पक्ष को अब राजनयिक, आर्थिक और वैश्विक मंचों पर जवाब देना होगा।
गुयाना में थरूर की ये टिप्पणियां न सिर्फ पाकिस्तान को स्पष्ट चेतावनी हैं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी भारत की Zero Tolerance Policy on Terrorism का संदेश दे रही हैं।