नई दिल्ली. केंद्रीय ग्रामीण विकास और कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को दिल्ली के सुषमा स्वराज भवन में नयी चेतना 4.0 – लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण पर राष्ट्रीय अभियान की शुरुआत की। यह महीने भर चलने वाला अभियान 23 दिसंबर 2025 तक देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में चलेगा। कार्यक्रम में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी, ग्रामीण विकास राज्य मंत्री डॉ. चंद्र शेखर पेम्मसानी, और कमलेश पासवान भी मौजूद रहे।
“हर बहन बनेगी Lakhpati Didi” – शिवराज सिंह चौहान
अपने संबोधन में शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री का लक्ष्य है कि
कोई भी बहन गरीबी में न रहे
किसी महिला की आंखों में आंसू न हो
और हर बहन सम्मान, आत्मविश्वास और समृद्धि के साथ आगे बढ़े
उन्होंने बताया कि अब तक 2 करोड़ से ज्यादा SHG महिलाओं को Lakhpati Didis बनाया जा चुका है। सरकार ग्रामीण महिलाओं की आमदनी, अवसर और सुरक्षा बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रही है।
12 मंत्रालयों का संयुक्त Advisory जारी
लॉन्च के दौरान 12 मंत्रालयों/विभागों का Inter-Ministerial Joint Advisory जारी किया गया। इनमें महिला एवं बाल विकास, स्कूल शिक्षा, गृह मंत्रालय, पंचायती राज, कृषि सामाजिक न्याय, युवा मामले, स्वास्थ्य, एमएसएमई, सूचना एवं प्रसारण, न्याय विभाग आदि शामिल हैं।
इस Advisory के जरिए Gender-Based Violence खत्म करने और Gender Equality बढ़ाने के लिए सभी मंत्रालय मिलकर काम करेंगे। इसे Whole of Government Approach कहा गया।
Violence-Free Village Initiative के लिए Tripartite MoU
कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, कानून एवं न्याय मंत्रालय, और ग्रामीण विकास मंत्रालय के बीच Violence-Free Villages बनाने के लिए Tripartite MoU भी जारी किया गया।
अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि इससे देशभर में ऐसे Model Villages विकसित होंगे जहां महिलाएं सुरक्षित, सशक्त और आत्मनिर्भर होंगी।
10 करोड़ ग्रामीण महिलाएं बना रहीं जन आंदोलन
डॉ. चंद्र शेखर पेम्मसानी ने कहा कि Self-Help Groups के जरिए जुड़ी 10 करोड़ महिलाएं Nayi Chetna को एक बड़ा grassroots movement बना रही हैं।
उन्होंने कहा कि यह अभियान महिलाओं को अपनी बात खुलकर कहने समय पर मदद लेने और सामुदायिक स्तर पर बदलाव लाने
के लिए प्रेरित करता है।
शिक्षा से टूटेगी Gender Inequality: कमलेश पासवान
कमलेश पासवान ने कहा कि शिक्षा ही वह ताकत है जो Gender Inequality को खत्म कर सकती है और महिलाओं को आगे बढ़ने का रास्ता देती है।
दो राज्यों की Gender Champions ने साझा की अपनी कहानी
बिहार और राजस्थान की दो Gender Champions ने बताया कि कैसे उन्होंने भेदभाव का सामना किया और अपनी कोशिशों से समाज में बदलाव लाया।
क्या है Nayi Chetna 4.0 का फोकस?
अभियान का मुख्य उद्देश्य—
महिलाओं के खिलाफ हिंसा को रोकना
सुरक्षित और सम्मानजनक माहौल बनाना
महिलाओं की आर्थिक स्वतंत्रता बढ़ाना
ग्रामीण महिलाओं को assets, credit, skills और markets तक पहुंच दिलाना
unpaid care work को community responsibility बनाना
gender-responsive policies को बढ़ावा देना
यह अभियान DAY-NRLM के विशाल SHG नेटवर्क के माध्यम से एक Jan Andolan के रूप में चलाया जा रहा है।
बड़ी भागीदारी, बड़ा संदेश लॉन्च समारोह में विभिन्न मंत्रालयों के प्रतिनिधि, राज्य ग्रामीण आजीविका मिशनों के अधिकारी, देशभर से आई SHG महिलाएं, आंगनवाड़ी वर्कर्स और कई सामाजिक संगठनों ने भाग लिया। कार्यक्रम में सभी ने मिलकर महिलाओं की सुरक्षा, अधिकार, समानता और ग्रामीण विकास को मजबूत करने का संकल्प दोहराया।
