शिमला: पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के चलते मौसम ने करवट ली है. मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी येलो अलर्ट के बीच सोमवार को लाहौल के रोहतांग दर्रा, कुंजम, बारा, शिंकुला दर्रा और जिंगजिंगबार की चोटियों में बर्फबारी हुई.
इसके अलावा जिला किन्नौर, कुल्लू और चंबा के ऊंचाई वाले इलाकों में भी बर्फबारी दर्ज की गई. राजधानी शिमला में भी सोमवार से लगातार बादल छाए हुए हैं. इससे तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है. अधिकतम तापमान में 6 डिग्री तक की गिरावट आई है.
एक दिसंबर को दोबारा करवट लेगा मौसम
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के मुताबिक, 1 दिसंबर तक मध्य-ऊंचाई पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी का पूर्वानुमान है. इससे पहले सोमवार को रोहतांग दर्रे में हुई बर्फबारी की वजह से गुलाबा से आगे आवाजाही को बंद किया गया. अमूमन यह आवाजाही 15 नवंबर को बंद कर दी जाती है, लेकिन इस बार मौसम साफ रहने की वजह से अब तक आधिकारिक तौर पर आवाजाही नहीं रोकी गई है. मनाली के आसपास के इलाकों में बर्फबारी की वजह से पर्यटकों की संख्या में भी इजाफा हुआ है.
पर्यटन कारोबारी को व्हाइट क्रिसमस की आस
हिमाचल प्रदेश में इस बार सभी को व्हाइट क्रिसमस की उम्मीद है. बीते सात सालों से क्रिसमस के मौके पर बर्फबारी नहीं हो रही है. इससे पर्यटकों के साथ पर्यटन कारोबारी के हाथ निराशा ही लगती है. चूंकि, इस बार नवंबर के आखिरी से ही मौसम करवट लेता हुआ नजर आ रहा है. ऐसे में क्रिसमस के मौके पर व्हाइट क्रिसमस की आस जगी है. अगर क्रिसमस और न्यू ईयर के मौके पर बर्फबारी होती है तो इससे पर्यटन कारोबार को पंख लगेंगे.