शिमला. पेपर लीक मामले में विवादों में आए कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर को जांच के बाद भंग कर दिया गया है. अब जो एग्जाम हो चुके हैं और डॉक्यूमेंटेशन बाकी है, वह हिमाचल प्रदेश लोकसेवा आयोग करेगा. मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने शिमला में दिल्ली जाने से पहले पत्रकार वार्ता में कहा कि कर्मचारी चयन आयोग में पिछले तीन साल से पेपर लीक के मामले हो रहे थे, बिक रहे थे. कुछ लोगों को ही पेपर बेचा जाता था. अभी पेपर हुए हैं उनके विषय में भी शिकायतें आई हैं.
हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर भंग
उन्होंने कहा कि हिमाचल सरकार के अधिकिारियों और जांच एजेंसियों ने चयन आयोग विवाद मामले में तथ्यों को सही पाया और इस आधार पर आज सुबह जब फाइनल रिपोर्ट आई, जिसके बाद फैसला लिया गया कि चयन आयोग जो निलंबित किया है, उसे भंग कर दिया है. अब आगे के एग्जाम हिमाचल प्रदेश लोकसेवा आयोग करवाएगा, जब तक कोई अल्टरनेट या टेंस्टिंग एजेंसी नहीं बन जाती.
कर्मचारी रहेंगे सरप्लस पूल में
सीएम सुक्खु ने कहा कि कर्मचारी चयन आयोग के कर्मचारी फिलहाल सरप्लस पूल में रहेंगे. कर्मचारियों को ऑप्शन दिया जाएगा कि वह किस विभाग में सेवाएं देना चाहते हैं. कर्मचारी अपना ऑप्शन लिखित रूप में हिमाचल सरकार को दे सकते हैं.
एनटीए की तर्ज पर बनेगी नई एजेंसी
मुख्यमंत्री सुक्खु ने बताया कि कर्मचारी चयन आयोग को भंग कर दिया गया है. हिमाचल सरकार आने वाले समय में युवाओं को रोजगार दिलाने के लिए कई सारी भर्तियां निकालने वाली है. इन भर्तियों को करवाने के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की तर्ज पर एक नई एजेंसी तैयारी की जाएगी. फिलहाल नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानि एनटीए की कार्यप्रणाली को अध्ययन किया जा रहा है. जल्द ही इस बारे में सरकार की ओर से निर्णय लिया जाएगा.