हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम तथा भारतीय वायुसेना का संयुक्त साहसिक अभियान आज से आरम्भ हो गया. भारतीय वायुसेना के जाबांजों ने जुब्बड़हट्टी में पैरा ड्रॉपिंग, पैरा-सेलिंग तथा पैरा-मोटरिंग गतिविधियों को अंजाम देते हुए इस अभियान का शुभारम्भ किया. इसमें भारी संख्या में विद्यार्थियों, पर्यटकों तथा स्थानीय निवासियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज की. भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर एस.एस.मलिक, वायुसेना के साहसिक निदेशालय की निदेशक स्क्वायडन लीडर निशा गोवर्धन भी इस अभियान दल में शामिल रहीं.
मुख्य सचिव वी.सी.फारका ने आज शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान से पर्वतीय अभियान को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। अभियान दल शिमला से तत्तापानी की यात्रा करेगी. स्थानीय साइक्लिंग संघ भी भारतीय वायुसेना के साथ शामिल हुए तथा शिमला नालदेहरा के संयुक्त पर्वतीय बाइकिंग अभियान में हिस्सा लिया. पुलिस बैंड तथा रेडियो मिर्ची दल ने इस रवानगी रस्म के दौरान लोगों का भरपूर मनोरंजन किया. अभियान के आगामी चरण में भारतीय वायुसेना दल द्वारा बीड़ बिलिंग में पैरा-ग्लाईडिंग, मनाली से ब्यास कुण्ड तक ट्रैकिंग एवं कैपिंग तथा कुल्लू में रीवर राफटिंग जैसी गतिविधियां शामिल होंगी.
मुख्य सचिव ने कहा कि इस संयुक्त अभियान का उद्देश्य युवाओं को पर्यटन आधारित गतिविधियों के प्रति प्रोत्साहित करना है. उन्होंने कहा कि हिमाचल पर्यटन भविष्य में भी राज्य में और अधिक साहसिक गतिविधियों की सम्भावनाएं तलाश करेगा.
हिमाचल पर्यटन विकास निगम के आयुक्त एवं प्रबन्ध निदेशक दिनेश मल्होत्रा ने बताया कि भारतीय वायुसेना के साथ इस संयुक्त साहसिक अभियान के आयोजन का उद्देश्य राज्य में उपलब्ध अपार साहसिक अवसरों को दर्शाना है. उन्होंने कहा कि निगम ने ठहरने-रहने की व्यवस्था के साथ-साथ परिवहन की सुविधाओं सहित विभिन्न प्रकार के साहसिक गतिविधियों के साथ साहसिक पर्यटन पैकेज शुरू किया है.
मल्होत्रा ने कहा कि प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए साहसिक गतिविधियों की अपार सम्भावनाएं हैं. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि निगम राज्य में विभिन्न स्थानों की एजेंसियों से तालमेल बनाकर पर्यटकों की प्राथमिकताओं तथा आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए साहसिक गतिविधियों का आयोजन करवाएगा.