हमीरपुर(भोरंज). हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की परीक्षा की फीस 800 रुपए है. लेकिन इतनी फीस होने के बावजूद यहां पर सुविधाएं न के बराबर हैं. एक तो प्रदेश के युवा बेरोजगार हैं दूसरी ओर शिक्षा विभाग बेरोजगारों से भारी भरकम फीस लेकर अपना खजाना भर रहा है.
चटाई पर बैठकर देनी पड़ती है परीक्षा
यही परीक्षा इससे पहले हिमाचल प्रदेश चयन बोर्ड मात्र 300 से 400 रुपए लेकर करवाता था. आज भी चयन आयोग 300 से 400 रुपए में ही परीक्षाएं करवाता है.लेकिन हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड इतनी फीस लेने के बाद भी सुविधाओं के नाम पर अभ्यर्थियों से भद्दा मजाक कर रहा है. उन्हें परीक्षा हॉल में चटाई पर बैठाया जा रहा है.
यही नहीं अगर कोई अभ्यर्थी बिना क्लिपबोर्ड के ही परीक्षा हाल में पहुंच जाए, तो उन्हें ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों से अपशब्द सुनने पड़ते हैं. अभ्यर्थियों का कहना है कि जब बोर्ड सुविधाएं ही उपलब्ध नहीं करवा सकता, तो उसे स्पर्धा परीक्षाएं नहीं करवानी चाहिए.
छात्रों और उनके अभिभावकों का कहना है कि ढ़ाई घंटे लगातार एक ही स्थिति में बैठने से छात्र डिस्क प्रॉब्लम के शिकार हो रहे हैं. इसलिए अभ्यर्थियों ने जहां सुविधा हो, वहीं परीक्षाएं करवाने और फीस कम करने की मांग की. हालांकि
मालूम हो कि हिमाचल प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन के टेस्ट की फीस 400 और राजस्व विभाग के 300 और भी अन्य विभागों के टेस्ट की फीस बहुत कम है.