मंडी. भाई जसपाल सिंह ने ’’तेरी प्यास न जाए’’ एलबम बनाई है. यह मंडी में बना हुआ पहला गुरबाणी है. सिख धर्म के संगीत में शबद गुरबाणी का विशेष महत्व है और पंजाब में ऐसे हजारों रागी हैं जिन्होंने अपने शबद गुरबाणी की एलबम बनाई है.
हलांकि हिमाचल के कम ही रागी हैं जिनके शबद गुरबाणी के एलबम बाजार में उपलब्ध हैं. अब इस कड़ी में मंडी जिला के भाई जसपाल सिंह का नाम भी जुड़ गया है. भाई जसपाल सिंह, मंडी के पहले रागी बन गए हैं जिन्होंने अपनी शबद गुरबाणी एलबम को बाजार में उतारा है. ’’तेरी प्यास न जाए’’ के नाम से बनाई गई इस शबद गुरबाणी एलबम का पोस्टर मंडी के ऐतिहासिक गुरुद्वारा परिसर से जारी किया गया.
अभी इस एलबम की एक ही शबद गुरबाणी यू-ट्यूब पर रिलीज की गई है जबकि बाकी गुरबाणियों को जल्द ही रिलीज किया जा रहा है. मंडी गुरुद्वारे में सेवादार के रूप में कार्य कर रहे भाई जसपाल सिंह ने बताया कि उनकी शबद गुरबाणी एलबम को रिकार्ड करने की काफी इच्छा थी जो अब जाकर पूरी हुई है. उन्होंने बताया कि इस कार्य के लिए उन्हें सभी का सहयोग मिला है. उन्होंने लोगों से यू-ट्यूब के माध्यम से इस शबद गुरबाणी को सुनने का आह्वान भी किया. वहीं, गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के प्रधान महेंद्र पाल सिंह ने भाई जसपाल सिंह को इस कार्य के लिए बधाई दी और उम्मीद जताई कि भविष्य में भी वह इसी प्रकार से सिख धर्म के लिए अपना योगदान देते रहेंगे.