नई दिल्ली. छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में खुले में शौच करने के आरोप में दर्जन भर लोगों को जानवर पकड़ने की गाड़ी में बैठाकर शहर भर में घुमाने की बात सामने आयी है. शहर के शनिचरा रपटा, चौपाटी और रिवर व्यू क्षेत्र से नगरपालिका के द्वारा दर्जन भर लोगों को जाली लगे गाड़ियों में पकड़कर घुमाया गया. अमूनन इन गाड़ियोंं का इस्तेमाल आवारा पशुओं, खासकर कुत्तों को पकड़कर शहर से बाहर भेजने के लिए किया जाता है.
खुले में शौच कर रहे सभी लोगों को पकड़कर पहले तो शहर में घुमाया गया बाद में उन्हे शहर से 15 किमी दूर काठाकोनी में छोड़ा गया. इस व्यवहार के बचाव में उपायुक्त नगर निगम मिथिलेश अवस्थी कहते हैं कि उनके लिए सामुदायिक शौचालय के ‘पास’ भी बनवाए गए हैं. हमारे कर्मचारी लोगों को जागरूक कर रहे हैं कि खुले में शौच न करें. शौचालय का उपयोग करें. बिलासपुर नगरपालिका में नेता प्रतिपक्ष शेख नसीरूद्दीन ने इस घटना को अमानवीय कहा है.
2019 के अंत तक सरकार का लक्ष्य देश को खुले में शौच से मुक्त बनाना है. इसके लिए सरकार प्रयास कर रही है. हाल ही में प्रशासन द्वारा आम लोगों को मारने-पीटने,सरकारी कर्मचारियों को निलंबित करने जैसी घटनाएं सामने आई हैं. इसको लेकर आलोचना भी हो रही है. माना जा रहा है कि शौचालय की गंदगी और पानी की कमी की वजह से भी लोग सार्वजनिक शौचालय को नहीं अपना रहे हैं.