नई दिल्ली. गणतंत्र दिवस पर तिरंगा यात्रा के दौरान हुए बवाल के तीसरे दिन भी उपद्रवियों ने 10 से ज्यादा दुकानों, गाड़ियों और एंबुलेंस को आग के हवाले कर दिया. बढ़ते बवाल को देखते हुए रविवार तक इंटरनेट पर रोक लगा दी गई है.
रास्ते को लेकर हुआ बवाल
शनिवार सुबह लखनऊ से कासगंज पहुंचे आईजीपी ध्रुव ठाकुर ने बताया कि यह हिंसा तकरीबन 11 बजे शुरू हुई जब एक लड़के की गोली लगने से मौत हो गई. इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और गवाह ने बताया कि गणतंत्र दिवस के मौके पर एक समुदाय के लोग सड़क पर कुर्सियां लगाकर तिरंगा फहराने की तैयारी कर रहे थे. तभी दूसरे समुदाय के लोग मोटर साइकिल पर अपनी ‘तिरंगा यात्रा’ को लेकर वहां पहुंचे. पुलिस ने यह भी बताया कि इस यात्रा की अनुमति प्रशासन से नहीं ली गई थी. दोनों समूहों के लोग रास्ता देने के सवाल पर आपस में भिड़ गए और उसके बाद हिंसा भड़क उठी.
प्रशासन और पुलिस अधिकारियों के बयानों से यह साफ़ है कि हिंसा तिरंगे को लेकर नहीं हुई थी. क्योंकि दोनों ही समुदाय के लोग तिरंगा लेकर गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में कार्यक्रम कर रहे थे. सरकार और प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है.