नई दिल्ली. लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बुधवार को अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए पारस्परिक शुल्कों को लेकर केंद्र पर निशाना साधा और यह भी आरोप लगाया कि चीन ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत की जमीन पर कब्जा कर लिया है।
उन्होंने दावा किया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मुद्दे पर चीन को पत्र लिखा है, लेकिन यह जानकारी हमारी सरकार के बजाय बीजिंग के दूत के माध्यम से सामने आई है। उन्होंने लोकसभा में कहा कि यथास्थिति बनी रहनी चाहिए और हमें अपनी जमीन वापस मिलनी चाहिए। यह भी मेरी जानकारी में आया है कि प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति ने चीन को पत्र लिखा है। हमें यह बात अपने लोगों से नहीं बल्कि चीनी राजदूत से पता चल रही है, जो यह बात कह रहे हैं।
हमारी अर्थव्यवस्था को तबाह करने वाला है : राहुल गांधी
दूसरी तरफ, हमारे सहयोगी ने हम पर शुल्क लगाने का फैसला किया है। यह हमें पूरी तरह से तबाह कर देगा.भारत सरकार हमारी जमीन के बारे में क्या कर रही है और शुल्क के मुद्दे पर आप क्या करेंगे। गांधी ने कहा कि भारतीय निर्यात पर पारस्परिक शुल्क लगाने का डोनाल्ड ट्रंप का कदम हमारी अर्थव्यवस्था को तबाह करने वाला है।
कांग्रेस पार्टी इस कानून का कड़ा विरोध करती है : राहुल गांधी
बुधवार को गांधी ने वक्फ संशोधन विधेयक की आलोचना करते हुए इसे मुसलमानों को हाशिए पर धकेलने और उनके निजी कानूनों और संपत्ति के अधिकारों को कमजोर करने का एक साधन बताया। एक्स पर एक पोस्ट में, कांग्रेस नेता ने कहा कि आरएसएस, भाजपा और उनके सहयोगियों द्वारा संविधान पर यह हमला आज मुसलमानों को निशाना बनाकर किया जा रहा है, लेकिन भविष्य में अन्य समुदायों को निशाना बनाने के लिए एक मिसाल कायम करता है।
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी इस कानून का कड़ा विरोध करती है क्योंकि यह भारत के मूल विचार पर हमला करता है और अनुच्छेद 25, धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार का उल्लंघन करता है।