नई दिल्ली. बिहार Voter List Revision को लेकर मचे राजनीतिक घमासान के बीच Election Commission of India (ECI) ने विपक्ष के तमाम आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए साफ किया है कि मतदाता सूची का Special Intensive Revision (SIR) पूरी तरह पारदर्शी और संवैधानिक प्रक्रिया के तहत किया जा रहा है।
चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया कि उनका मकसद Free and Fair Elections को सुनिश्चित करना है, न कि किसी खास वर्ग के मतदाताओं को निशाना बनाना।
ECI का स्पष्ट बयान: “फर्जी वोटरों को हटाना ज़रूरी”
ECI ने कहा कि भारत का संविधान, भारत के लोकतंत्र की जननी है। अगर हम झूठे दावों के डर से फर्जी वोटर्स को हटाने का साहस नहीं दिखाएंगे, तो यह लोकतंत्र के साथ न्याय नहीं होगा।
ECI ने यह भी जोड़ा कई ऐसे नाम मतदाता सूची में दर्ज हैं, जो या तो मृत हैं, या स्थायी रूप से किसी और राज्य में स्थानांतरित हो चुके हैं, या एक से अधिक जगहों पर registered हैं। ऐसे नामों का हटाया जाना लोकतंत्र की मजबूती के लिए आवश्यक है।”
Voter List से क्यों हटाए जा रहे हैं 56 लाख नाम? जानिए पूरे आंकड़े
ECI द्वारा साझा किए गए डाटा के अनुसार Bihar SIR में अब तक कुल 56 लाख नामों की पहचान की गई है, जिन्हें मतदाता सूची से हटाया जा सकता है:
कैटेगरी अनुमानित संख्या
मृत मतदाता (Deceased Voters) 20 लाख
स्थायी रूप से अन्य राज्य में स्थानांतरित 28 लाख
एक से अधिक स्थानों पर Registered 7 लाख
जिनसे संपर्क नहीं हो पाया 1 लाख
जिन्होंने Verification Form जमा नहीं किया 15 लाख
इसमें खास बात ये है कि जिन लोगों ने Form 6B for voter verification को वापस नहीं किया है, उन्हें भी provisional basis पर हटाने की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है।
Opposition का आरोप: चुनाव आयोग सरकार के इशारे पर काम कर रहा
विपक्षी दलों का कहना है कि Bihar Vidhan Sabha Election 2025 से पहले जानबूझकर मतदाता सूची में संशोधन कर कुछ समुदायों या वर्गों को disenfranchise किया जा रहा है। INDIA Bloc के कई सांसदों ने संसद के अंदर और बाहर इस पर Protest किया और Debate की मांग भी रखी। हालांकि चुनाव आयोग ने इन आरोपों को पूरी तरह खारिज करते हुए कहा कि Voter List Revision को राजनीतिक चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए। यह Electoral Integrity के लिए ज़रूरी है।
क्या है Special Intensive Revision (SIR)?
SIR या Special Intensive Revision एक voter cleansing exercise है, जो राज्य चुनाव से पहले मतदाता सूची को अपडेट और शुद्ध करने के लिए की जाती है। इसके तहत: Duplicate entries हटाई जाती हैं,Dead voters के नाम हटाए जाते हैं, Migrated voters को नई सूची में स्थानांतरित किया जाता है,Invalid/Incomplete details वाले वोटर्स की पहचान होती है।