नई दिल्ली. भारत में बढ़ते digital frauds और cyber scams को देखते हुए अब एयरटेल ने Reserve Bank of India (RBI) से बड़ा आग्रह किया है। एयरटेल चाहता है कि WhatsApp, Telegram, और अन्य OTT communication platforms पर भेजे जाने वाले financial messages पर प्रतिबंध लगाया जाए। एयरटेल का मानना है कि ये प्लेटफॉर्म SMS जैसी सुरक्षा नहीं दे सकते और इससे ग्राहकों की सुरक्षा खतरे में पड़ जाती है।
WhatsApp पर बैंक OTP और मैसेज क्यों हैं खतरे में?
एयरटेल ने RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा को पत्र लिखकर यह स्पष्ट किया कि ओटीटी ऐप्स पर भेजे जाने वाले transactional messages और OTP के ज़रिए साइबर धोखाधड़ी की संभावना बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि SMS सिस्टम में जो traceability, encryption standards, और regulatory compliance होता है, वह OTT चैट ऐप्स में लगभग “असंभव” है।
OTT platforms पर क्यों नहीं है सुरक्षा की गारंटी?
एयरटेल ने कुछ प्रमुख खतरे गिनाए: OTT ऐप्स पर भेजे गए लिंक को trace या block करना मुश्किल होता है, Data sovereignty और user privacy की गारंटी नहीं होती। RBI या दूसरे रेगुलेटर इन ऐप्स के सिस्टम तक access नहीं रखते। Financial institutions अब SMS की बजाय इन ऐप्स पर मैसेज भेज रहे हैं, जो बड़ा security loophole बन गया है।
Telecom networks क्यों हैं ज्यादा सुरक्षित?
एयरटेल का तर्क है कि licensed telecom networks जैसे SMS चैनल, end-to-end सुरक्षा और monitoring की layered व्यवस्था प्रदान करते हैं। ये fraud detection और prevention के लिए बेहतर बुनियाद रखते हैं। MuleHunter.ai जैसी RBI की पहलें भी इसी दिशा में काम कर रही हैं, जो user behavior के आधार पर fraudulent mule accounts को पहचानती हैं।
बैंक भी एयरटेल के साथ?
रिपोर्टों के अनुसार, एयरटेल के इस सुझाव को निजी और सरकारी बैंकों दोनों से positive response मिला है। माना जा रहा है कि बैंकिंग क्षेत्र भी WhatsApp जैसे ऐप्स पर transaction messages भेजने को लेकर आशंकित है।
क्या हो सकता है आगे?
RBI भविष्य में ऐसा framework तैयार कर सकता है, जिससे WhatsApp और अन्य OTT चैट ऐप्स को भी बैंकिंग ट्रैफिक के लिए रेगुलेट किया जाए। हो सकता है कि भविष्य में आपको फिर से bank alerts और OTP सिर्फ SMS पर ही मिलने लगें।