सिरमौर(शिलाई). दशकों से शिलाई में चल रही पेयजल की किल्लत चुनावी माहौल में प्रत्याशियों के लिए बड़ी समस्या बन रही है. पिछले 20 दिनों से पेयजल आपूर्ति न होने के कारण बाजार की महिलाओं ने चुनाव में प्रत्याशियों का बहिष्कार करने का ऐलान किया है.
स्थानीय नेताओं की कार्यप्रणाली पर सवाल
70 के दशक में बनी शिलाई नेडा खड्ड उठाऊ पेयजल योजना 500 परिवारों के लिए बनाई गई थी और आज शिलाई बाजार में 15 हजार से ज्यादा परिवार रह रहे हैं, लेकिन नई योजना न बनने के कारण टूटी-फूटी नेडा खड्ड पेयजल योजना की क्षमता कम होने के कारण यह योजना 20 दिनों से पानी की सप्लाई नहीं दे पा रही है.
स्थानीय नेताओं मे विधायक को हर वर्ष अपने क्षेत्र के लिए ६ स्कीमें मिलती है लेकिन इन स्कीमों में पक्ष व विपक्ष दोनों ने ही शिलाई की विकराल समस्या को अपनी स्कीमों के अंदर डीपीआर बनाना उचित नहीं समझा है जिससे लोगों में रोष व्यापक है.
महिलाओं में रोष
स्थानीय महिलाओं में सरिता शर्मा, बबिता मालों देवी रीम ने बताया की शिलाई में पिछले २० दिनों मे पानी नहीं मिल रहा है. बाजार की महिलाऐं पेयजल के लिए खड्ड से पानी लेकर आ रही है और खड्ड का गन्दा पानी पिने को मजबूर है.
अधिकारी चुनाव व्यस्त पानी देगा कौन
स्थानीय लोगों की माने तो शिकायत करने पर सम्बन्धित अधिकारी इन दिनों बहाना बना रहे है की वह चुनाव डयूटी पर है इसलिए ठीक से नहीं बताया जा सकता है की पानी कब आएगा 9 नवम्बर के बार ही साइड का निरिक्षण किया जा सकता है उसके बाद ही कुछ किया जा सकता है उनके पास जितनी पानी की सप्लाई आ रही है लोगों को दी जा रही है.
शिलाई के सहायक अभियंता नितिन चिनोरी ने बताया की अधिकांश समय विद्युत बोर्ड की लाइन पर लो बोल्टेज चली रहती है जिसके कारण मशीने न चलाने से पेयजल की समस्या बन रही है उन्होंने बताया की सम्बन्धित विभाग से बात् की गई है जल्द समस्या के समाधान का आश्वासन मिला है.