नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश में 66 लाख छात्र-छात्राओं की परीक्षा मंगलवार से शुरू हो गई है. यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा-2018 को सफलता से करवाने के लिए प्रदेश सरकार ने अपनी कमर कस ली है. सीसीटीवी कैमरों के साथ-साथ कई दूसरे इंतजाम किए गए हैं, ताकि कोई गड़बड़झाला न हो सके. पहले दिन हाईस्कूल में गृह विज्ञान की परीक्षा है.
यह परीक्षाएं कहीं न कहीं योगी सरकार के लिए भी एक चुनौती है क्योंकि कई बार यूपी बोर्ड की परीक्षाओं में धांधलियों की शिकायतें मिलती रही हैं. इस बार पहला मौका होगा जब योगी सरकार ने सारी तैयारियों को अपने कंधे पे लिया है. खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने परीक्षा की तैयरारियों की समीक्षा की है. शिक्षा निदेशक अवध नरेश शर्मा ने बताया कि परीक्षा के सभी इंतजाम हो चुके हैं. विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को मंडलों की जिम्मेदारी दी गई है, जिनके पर्यवेक्षण में परीक्षाएं होंगी.
शिक्षा मंत्री ने बताया कि यूपी बोर्ड के साथ ही मुख्यालय पर भी कंट्रोल रूम बनाया गया है. नकल पर नकेल लगाने के लिए एसटीएफ की भी मदद ले जाएगी. यूपी बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव ने कहा कि परीक्षा में नकल करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. पकड़े जाने पर नकल करने वालों के खिलाफ एफआइआर दर्ज होगी. 6 से 22 फरवरी तक हाई स्कूल की परीक्षा चलेंगी. वहीं इंटरमीडिएट की परीक्षा 25 दिन चलेंगी. 6 फरवरी से 10 मार्च तक बोर्ड का कंट्रोल रूम कार्य करेगा. इस बार हाईस्कूल परीक्षार्थी 36,55,691 हैं. इंटर के परीक्षार्थी 29,81,327 हैं वहीं, कुल परीक्षार्थी 66,37,018 हैं.