शिमला. विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस और भाजपा के सामने तीसरा फ्रंट खड़ा हो गया है। पहले बीजेपी और फिर हिमाचल लोक हित पार्टी से टूटे महेंद्र नाथ सोफत ने नई पार्टी बनाने की घोषणा की है। एक सप्ताह के भीतर प्रदेश में नेशनल फ्रीडम पार्टी का गठन किया जाएगा। नेशनल फ्रीडम पार्टी हर विधानसभा क्षेत्र से अपने प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारेगी।
यह भी पढ़ें: 10 दिनों के अंदर हिमाचल में बनेगा तीसरा मोर्चा?
विवेकानंद फाउंडेशन के मैनेजिंग ट्रस्टी अम्लान विश्वास, सचिव मोंटी गिल और महेंद्र नाथ सोफत ने शनिवार को पत्रकार वार्ता में कहा कि विवेकानंद ट्रस्ट 40 साल से भाजपा से जुड़ा था। 2014 में विचारों के मतभेद के कारण भाजपा ने सत्ता में आते ही ट्रस्ट का साथ छोड़ दिया। जिसके बाद विवेकानंद ट्रस्ट देश भर में एक राजनीतिक विकल्कप के लिये काम कर रहा है। मोंटी गिल ने कहा कि असम चुनाव में प्रफुल कुमार महंता विवेकानंद ट्रस्ट की देन हैं. देश में कुल 37 लाख कार्यकर्ता ट्रस्ट के साथ हैं। बिहार चुनाव में इन लोगों ने भाजपा के विरुद्ध वोट दिया जिसके चलते भाजपा सत्ता से बाहर रही।
भाजपा ने किया देश का विभाजन, बना दीं 2 राजधानी
अम्लान विश्वास ने कहा कि नेशनल पार्टी के रूप में हम तीसरे विकल्प के रूप में कार्य कर रहे हैं। आज भाजपा ने देश का विभाजन कर दो राजधानियां बना दी हैं एक दिल्ली और दूसरी नागपुर। आज सरकार नागपुर से चल रही है। देश में भाजपा को खत्म कर RSS सरकार चला रही है। देश में हुए 17 चुनावों में से उन्होने सिर्फ 4 जीते हैं बाकी जगह व्यापार कर, खरीद-फरोख्त कर सरकार बनाई। दूसरी पार्टियों से भ्रष्ट नेताओं को लेकर उनका शुद्धिकरण किया जा रहा है। जो वादे कर सत्ता में आये हैं अब अपने सभी को वादों से मुकर गए हैं।
देश में आज कोई भी पार्टी इनके खिलाफ खड़ी नहीं हो रही है। मोदी सरकार में 84 सांसद कांग्रेस में थे और आज भाजपा के साथ खेल रहे है। महेंद्र नाथ सोफत ने कहा कि 2014 में भी तीसरी शक्ति खड़ा करने की बात कही थी और तब 8 पूर्व विधायक साथ थे लेकिन महत्वाकांक्षा के चलते तीसरा फ्रंट नहीं चल पाया। 8 में से एक की मौत हो गयी और 7 अपनी महत्वाकांक्षाओं के चलते वापस भाजपा में चले गए।
फिर आम आदमी पार्टी से बात की लेकिन उन्होंने धोखा दिया। पंडित सुखराम, महेश्वर सिंह और आम आदमी पार्टी सभी ने धोखा दिया और वापस लौट गए। अब अकेले विश्वास जी ही आप में भरोसेमंद रह गये हैं। सोफत ने कहा कि केंद्र में तीन गुजरातियों की तिकड़ी ही फैसले लेती है। केंद्र सरकार लोकपाल की नियुक्ति भी नहीं करना चाहती। केंद्र सरकार केवल कॉरपोरेट की सरकार बनकर रह गयी है। देश को न नौकरी मिली न जीडीपी बढ़ी।
प्रदेश में सरकार नाम की आज कोई चीज नहीं । कोर्ट में लड़ने से मौका मिलता है तो आपस में लड़ते हैं। सारी सरकार अवकाश प्राप्त अधिकारी चला रहे हैं। रिटायर अधिकारी सीएम का प्रधान सचिव और निजी सचिव हैं। अपने चहेतों को आगे लाने के लिए ही काम कर रही है। गुड़िया कांड ने जलती आग में घी का काम किया है। लॉकअप में हत्या कर दी गयी। पुलिस ने जिस दबाव में काम किया उसके पीछे की ताकत को उजागर किया जाना चाहिए। 1998 से पहले प्रदेश का नाम था और आज यहां की शांति भंग हो गयी है। सरकार को मुखिया नहीं अदालत चला रही है। भाजपा का प्रदेश की सत्ता में आना प्रदेश हित में नहीं होगा। प्रदेश की जनता तीसरा विकल्प चुने और प्रदेश से अपना फेस चुने। आज देश मे भाजपा सबसे कमजोर पार्टी है और खतरे में है। उसके पास अपना कोई नेता नहीं है।
नेशनल फ्रीडम पार्टी के मुद्दे
विश्वास ने कहा कि भुखमरी, बेरोजगारी और तंगी के मुद्दों पर नेशनल फ्रीडम पार्टी चुनाव लड़ेगी। युवा, महिलाओं और अन्य सभी लोगों को चुनाव लड़ने का मौका दिया जाएगा। नए चेहरों को मेरिट पर टिकट दिया जाएगा। भाजपा के फंड की CBI जांच की जानी चाहिए। भाजपा और कांग्रेस के कई लोग उनके संपर्क में है। पार्टी प्रदेश में पूर्ण बहुमत के साथ जीतकर सरकार बनाएगी। विश्वास ने पीएम नरेंद्र मोदी को खुला चेलेंज दिया कि आप पश्चिम बंगाल में आकर मेरे खिलाफ चुनाव लड़कर दिखाएं तो माने। मोदी ने जनता के साथ राजनीतिक धोखा किया है। जो भी भाजपा का विरोध करता है उसके खिलाफ कार्रवाई की जाती है। भाजपा के बाहर सभी गुनहगार और जैसे ही भाजपा में शामिल हुए सबका शुद्धिकरण हो जाता है।