शिमला: हिमाचल प्रदेश में लड़कियों की शादी की उम्र 21 साल करने पर राज्य सरकार विचार कर रही है. मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सुक्खू ने इस पर राज्य सरकार में सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री डॉ. धनीराम शाण्डिल को कमेटी बनाने के लिए कहा है.
कमेटी की ओर से जो सुझाव आएंगे, सरकार उनका अध्ययन कर इस संबंध में कानून बनाएगी. मुख्यमंत्री सुक्खू ने मीडिया के साथ बातचीत के दौरान कमेटी गठन के बारे में जानकारी दी.
इससे पहले शिमला के राजकीय कन्या उत्कृष्ट विद्यालय पोर्टमोर के वार्षिक समारोह में भी मुख्यमंत्री ने बेटियों की शादी की उम्र 21 साल करने की बात कही थी. सीएम सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार बेटियों के हित के लिए काम कर रही है. फिलहाल सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री डॉ. धनीराम शांडिल की ओर से कमेटी बनाए जाने के बाद ही इस पर फैसला लिया जाएगा.
हिमाचल पुलिस विभाग में होगी भर्ती
सीएम सुक्खू ने बताया कि आने वाले वक्त में पुलिस विभाग में कांस्टेबल की 1 हजार 200 पदों पर भर्तियां होनी हैं. इनमें बेटियों को 30 फीसदी आरक्षण दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि बेटियां समाज में आगे बढ़े, इस ध्येय के साथ राज्य सरकार काम कर रही है.
पढ़े-लिखे लोगों को राजनीति में आना चाहिए- सुक्खू
मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि विश्वविद्यालय में पीएचडी की डिग्री लेने वालीं बेटियों की संख्या ज्यादा है. वही समाज तरक्की करता है, जहां पर सभी को सम्मान अधिकार मिलता है. पढ़े-लिखे युवाओं को राजनीति में आगे आना चाहिए. विधानसभा में 92 फीसदी विधायक ग्रेजुएट हैं. असफलता से सफलता का रास्ता निकलता है. युवाओं को सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ना चाहिए.