शिमला. कई दिनों तक जारी रही भारी बारिश और अन्य प्राकृतिक आपदाओं से हिमाचल प्रदेश में इस साल अभी तक करीब 1,981 करोड़ रुपये का सरकारी और सरकारी संपत्ति के साथ-साथ कृषि और बागवानी फसलों को नुकसान हुआ है.
शुक्रवार शाम तक प्रदेश में 32 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही ठप रही. कांगड़ा में 13, चंबा में आठ, कुल्लू में सात, मंडी में तीन और सोलन में एक सड़क बंद है. इसके अलावा मंडी में पांच और कुल्लू में दो बिजली ट्रांसफार्मर बंद रहे.
322 लोगों की मौत 629 घायल
इस साल आई प्राकृतिक आपदाओं से राज्य में अभी तक कुल 322 लोगों की मौत हो चुकी है वहीं कुल 629 लोग घायल हुए, ओर अभी तक कुल 12.88 करोड़ का मुआवजा राशि प्रदान की गई है. राज्य सरकार की प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान की शुक्रवार 9 सितंबर को को आई रिपोर्ट के अनुसार अभी तक 1,981 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. किसानों की विभिन्न फसलों 73 करोड़ की क्षति हो चुकी है.
बागवानी फसलों को 63 करोड़ रुपये का नुकसान
इसके साथ ही बागवानी फसलों को 63 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है. इसके अलावा 776 पशुओं की मौत हो गई है. राज्य में 35 पक्के मकान और 139 कच्चे मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं जबकि 104 पक्के और 743 कच्चे मकानों को आशिक क्षति पहुंची है.
रिपोर्ट के अनुसार 167 दकानों और फैक्टरियों को नुकसान हुआ है. राज्य में इस दौरान 810 गोशालाओं को क्षति हुई है. लोक निर्माण विभाग को 98 करोड़, जल शक्ति विभाग को 83.14 करोड़, बिजली विभाग को 22.10 करोड़ और शिक्षा विभाग को 1.7 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.
13 सितंबर तक मौसम साफ
प्रदेश के सभी क्षेत्रों में शुक्रवार को मौसम साफ रहा. प्रदेश में मानसून कमजोर पड़ने से अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी दर्ज हुई है. शुक्रवार को ऊना में अधिकतम तापमान 35.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ. मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 13 सितंबर तक प्रदेश में मौसम साफ बना रहने की संभावना जताई है.