नई दिल्ली. भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए विजिलेंस विभाग ने 2021 बैच के IAS अधिकारी धीमान चकमा को 10 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। धीमान चकमा, जो कि वर्तमान में ओडिशा के कालाहांडी जिले के धरमगढ़ में उप-कलेक्टर के पद पर कार्यरत हैं, पर एक व्यवसायी से कुल 20 लाख रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप है।
रिश्वत की पहली किस्त लेते हुए हुए गिरफ्तार
शिकायतकर्ता की सूचना पर, विजिलेंस टीम ने उप-कलेक्टर को उनके सरकारी आवास पर ही 10 लाख रुपये लेते हुए पकड़ा।
यह राशि कथित रूप से रिश्वत की पहली किस्त थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, धीमान चकमा ने नोटों की गिनती करने के बाद उन्हें अपने कार्यालय की मेज की दराज में रखा ।रासायनिक परीक्षण (Chemical Test) के दौरान, उनके हाथों और दराज से पॉजिटिव रिजल्ट मिले, जिससे उनकी संलिप्तता की पुष्टि हो गई।
सरकारी आवास से ₹47 लाख की और नकदी बरामद
गिरफ्तारी के तुरंत बाद, विजिलेंस अधिकारियों ने उप-कलेक्टर के सरकारी आवास पर तलाशी अभियान शुरू किया, जिसमें ₹47 लाख की अतिरिक्त नकदी बरामद की गई। कुल मिलाकर ₹57 लाख कैश जब्त किया जा चुका है और तलाशी अभियान अभी भी जारी है।
कौन-कौन से कानून लगे हैं?
इस मामले में विजिलेंस टीम ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की धारा 7 के तहत मामला संख्या 6/2025 दर्ज किया है।
यह केस Prevention of Corruption (Amendment) Act, 2018 के अंतर्गत दर्ज किया गया है। मामले की जांच तेज़ी से जारी है।
जानिए कौन हैं Dhiman Chakma?
बैच: 2021
राज्य: ओडिशा कैडर
पद: उप-कलेक्टर, धरमगढ़ (कालाहांडी)
पहचान: अब तक ईमानदार छवि वाले अफसर के रूप में जाने जाते थे।