नई दिल्ली. जम्मू-कश्मीर के बहुचर्चित Pahalgam Terror Attack में बड़ी कार्रवाई करते हुए एक स्थानीय अदालत ने NIA (National Investigation Agency) को दो आरोपियों की पांच दिन की हिरासत की अनुमति दे दी है। यह हमला 22 अप्रैल को हुआ था, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई थी।
परवेज अहमद जोथर और बशीर अहमद जोथर नामक इन आरोपियों पर आतंकी हमले को अंजाम देने वाले आतंकियों को शरण और सहायता देने का आरोप है। दोनों को अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश के समक्ष पेश किया गया, जहां अदालत ने NIA को पूछताछ के लिए 5 दिन की रिमांड दे दी। मामले की अगली सुनवाई 27 जून को निर्धारित की गई है।
PDP की इल्तिजा मुफ्ती का सरकार पर निशाना
PDP नेता इल्तिजा मुफ्ती ने केंद्र सरकार से हमले के दोषियों को जल्द पकड़ने की अपील की। उन्होंने कहा, “यह हमला कायरतापूर्ण था। पहलगाम में Tourism पूरी तरह ठप हो गया है और जम्मू-कश्मीर की Economy पंगु हो चुकी है।”
उन्होंने यह भी कहा कि, “पर्यटन हमारी रीढ़ की हड्डी है। सरकार को चाहिए कि वह अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करे और स्थानीय लोगों के साथ विश्वास बहाली के उपाय करे।”
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का Tourism पर बयान
पिछले सप्ताह Union Minister Gajendra Singh Shekhawat ने कहा था कि Jammu Kashmir Tourism फिर से पटरी पर लौट रहा है। उन्होंने भरोसा जताया कि आने वाले 15-20 दिनों में पर्यटन गतिविधियां पूरी तरह बहाल हो जाएंगी।
शेखावत ने यह भी कहा कि, “भारत सरकार कश्मीर की सांस्कृतिक धरोहर को Tourism से जोड़ने की दिशा में काम कर रही है। Archaeological Tourism और Heritage Travel को बढ़ावा दिया जाएगा।”
NIA की जांच में क्या मिले सुराग?
NIA ने पाकिस्तान समर्थित Lashkar-e-Taiba (LeT) के आतंकियों को पनाह देने के आरोप में इन दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है। माना जा रहा है कि दोनों आरोपी हमले से पहले और बाद में आतंकियों को logistical support और hideout मुहैया करा रहे थे।
जांच एजेंसी को उम्मीद है कि इनसे पूछताछ के दौरान Pahalgam Attack Mastermind और उनके नेटवर्क के बारे में अहम सुराग हाथ लग सकते हैं।