कांगड़ा(धर्मशाला). दस दिसंम्बर को खेले जाने वाले भारत-श्रीलंका वनडे मैच के लिए स्टेडियम में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. इसको लेकर जहां प्रदेश पुलिस दर्शकों की सुरक्षा के लिए 900 से अधिक जवान तैनात करेगी, वहीं हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (एचपीसीए) अपनी तरफ से 300 सुरक्षा कर्मी तैनात करेगी. सुरक्षा कर्मी मैदान के अलग-अलग स्थानों पर सेवाएं देंगे. इसके अलावा एचडी (हाई डेफिनेशन) कैमरे हर गतिविधि पर नजर रखेंगे.
हिमाचल प्रदेश में समुन्द्र तल से 4780 फुट की ऊंचाई पर स्थित धर्मशाला अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में पहला एक दिवसीय क्रिकेट मैच खेला जायेगा. धर्मशाला स्टेडियम भारतीय मैदानों सहित विश्व के सबसे खूबसूरत मैदानों में शुमार किया जाता है.
सुरक्षा चाक-चौबंद
मैच में आने वाले हर दर्शक की सुविधा व सुरक्षा का ख्याल रखते हुए एचपीसीए ने पूरी तैयारी कर ली है. पहली बार धर्मशाला स्टेडियम में ज्यादा रेजोलेशन व नाइट विजन कैमरे स्थापित किए जा रहे हैं. यह कैमरे हर गतिविधि पर नजर रखेंगे.
इसके अलावा सीसीटीवी कैमरे और मेटल डिटेक्टर भी सुरक्षा के लिए लगाए गए हैं. धर्मशाला स्टेडियम में होने वाले मैच के लिए दर्शकों के प्रवेश के लिए चार मुख्यद्वार बनाए गए हैं, जबकि इसके भीतर 23 अलग-अलग द्वारों के माध्यम से दर्शक प्रवेश करेंगे.
शहर को 19 सेक्टर में बांटा गया है
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कांगड़ा डॉ. शिव कुमार ने बताया कि भारत-श्रीलंका मैच के दौरान सुरक्षा को लेकर जिले के प्रवेशद्वारों पर भी सुरक्षा घेरा कड़ा किया जाएगा. जिले में प्रवेश करने और बाहर जाने वाले मार्गो पर पुलिस जवान तैनात किए जाएंगे. शहर में प्रवेश करने वाले वाहनों की तलाशी के बाद ही आने की अनुमति होगी. सुरक्षा व्यवस्था को लेकर शहर को 19 सेक्टरों में बांटा गया है तथा हर सेक्टर में पुलिस अधिकारी की अगुवाई में जवानों की तैनाती की जाएगी.
एचपीसीए प्रवक्ता संजय शर्मा ने बताया कि सीसीटीवी कैमरे दर्शकों पर नजर रखेंगे. टीमें सात दिसंबर को धर्मशाला पहुंचेगी और आठ व नौ दिसंबर को मैदान में खिलाड़ी अभ्यास करेंगे. जिसके बाद 10 दिसंबर को मैच खेला जाएगा.
ये चीजें नही ले जा सकते
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कांगड़ा डॉ. शिव कुमार ने बताया कि किसी भी दर्शक को स्टेडियम में कैमरा ले जाने की इजाजत नहीं होगी. हालांकि दर्शक अपने साथ मोबाइल फोन ले जा सकेंगे. जबकि कैमरा, पेन, लाइटर, बोतल व सिक्के आदि मैदान के भीतर नहीं ले जा पाएंगे.