लाहोल-स्पीति. राज्यपाल के आने की खबर ने किसान और खेती से जुड़े लाहौल वासियों में जबरदस्त उत्साह पैदा कर दिया है. लाहौल-स्पीति का पहला किसान सम्मेलन होने वाला है जिसमें लगभग एक हजार किसान भाग लेंगे. इसी सम्मेलन में राज्यपाल देवव्रत को भी निमंत्रण दिया गया है.
किसान सम्मेलन के संयोजक डॉक्टर चन्द्र मोहन परशीरा ने बताया कि सम्मेलन में यहां के प्रगतिशील किसान राज्यपाल के जीवन भर की खेती के प्रति साधना से प्रेरणा लेंगें. विशेषकर युवा किसानों के लिए यह सम्मेलन अत्याधिक प्रेरणादायी होगा. सम्मेलन में राज्यपाल के अतिरिक्त खेती एंव बागवानी से जुडे कई विशेषज्ञ वैज्ञानिक भी भाग लेंगें जिनसे किसान नई तकनीकों के बारे में जान सकेंगे.
इस घाटी की लगभग पूरी आबादी खेती के साथ जुड़ी हुई है. यहां बेहतरीन सब्जियों और फूलों की पैदावार होती है. खासकर यहां का आलू पूरे देश में प्रसिद्ध है. परशीरा के अनुसार यह जिला राज्यपाल द्वारा मिशन के रूप में घोषित, जैविक खेती का सबसे सफल केंद्र सिद्ध हो सकता है. उन्होंने कहा कि यहां का पर्यावरण शुद्ध है. ग्लेशियर से सीधा बहने वाला पानी खनिज पदार्थों से भरपूर है जो खेतों को सींचता है.
किसान सम्मेलन के संयोजक डाक्टर चन्द्र मोहन परशीरा ने बताया कि उन्होने दो साल पहले ही राज्यपाल को लाहौल-स्पीति आने का निमन्त्रण दिया था. जिसे अब यूथ फॉर सस्टेनबल डेवलपमेंट के कार्यकारी निदेशक, बिहारी लाल शर्मा के प्रयासों से पूर्ण किया जा रहा है. राज्यपाल को लाहौल-स्पीति का सांस्कृतिक कार्यक्रम भी दिखाया जाएगा तथा उपस्थित जनता को संगम पर्व के राशन भंडार से लंगर भी खिलाने की व्यवस्था होगी.