नई दिल्ली: राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने 24 मार्च को जस्टिस यशवंत वर्मा एवं NJAC को लेकर एक बैठक बुलाई है, जिसमें सदन के नेता जेपी नड्डा और विपक्ष के नेता कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी शामिल हुए।
NJAC को लेकर चर्चा
इस महत्वपूर्ण बैठक में सदन के नेता जेपी नड्डा और विपक्ष के नेता कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे शामिल होंगे। बैठक में दिल्ली हाई कोर्ट के जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ लगे आरोपों पर राज्यसभा में चर्चा कराने और नेशनल ज्यूडिशियल अपॉइंटमेंट कमिशन (NJAC) पर भी बात हो सकती है।
दरअसल, NJAC का बिल संसद से पारित हुआ था। देश की आधी विधानसभाओं ने भी इस बिल को मंजूरी दी थी। राष्ट्रपति ने भी इस पर हस्ताक्षर कर दिए थे लेकिन बाद में सुप्रीम कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया था।
जगदीप धनखड़ ने कहा कि अगर यह कानून बन जाता तो वर्तमान में जजों की नियुक्ति इसी कानून के हिसाब से होती, ऐसे में जस्टिस यशवंत वर्मा के घर मिले नोटों के ढेर जैसा कांड नहीं होता।
दिल्ली हाई कोर्ट के जज यशवंत वर्मा पर लगे आरोपों के बाद बहस की मांग उठी है।
14 मार्च को न्यायमूर्ति वर्मा के सरकारी आवास के ‘स्टोर रूम’ में लगी थी आग
गौरतलब है कि दिल्ली हाईकोर्ट के जस्टिस यशवंत वर्मा के आवास पर आग लगने की घटना के बाद नोटों से भरी ‘‘चार से पांच अधजली बोरियां” मिलने की जांच के लिए भारत के प्रधान न्यायाधीश संजीव खन्ना ने तीन सदस्यीय समिति गठित की है। इसके साथ ही आंतरिक जांच प्रक्रिया दूसरे महत्वपूर्ण चरण में पहुंच गई है, जिसके निष्कर्ष न्यायाधीश वर्मा के भाग्य का फैसला करेंगे।
पॉश लुटियंस दिल्ली इलाके में 14 मार्च को न्यायमूर्ति वर्मा के सरकारी आवास के ‘स्टोर रूम’ में आग लगने की घटना के बाद अग्निशमन कर्मियों और पुलिस कर्मियों को कथित तौर पर नकदी मिली थी।