बिलासपुर (श्री नैना देवी). जिला बिलासपुर के श्री नैना देवी में बहुप्रतिक्षित आनंदपुर श्री नयना देवी रोपवे अभी भी ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ है. ऐसे तो नैना देवी के बीच बनने वाला रोपवे सफलता पूर्वक कार्य 1997 से काम कर रहा है. इसे श्रद्धालुओं की तादाद में आशातीत बढ़ोतरी हुई है.
इसका सपना मुख्यमंत्री संता कुमार ने देखा था
इसका सपना कभी 1991 में तत्काल मुख्यमंत्री संता कुमार ने देखा था. इसके शुरू होने से यहां पर्यटक वह मंदिर में प्रतिष्ठा के रिकॉर्डतोड़ बढ़ोतरी हुई है. लेकिन क्षेत्र के लोगों के मन में बहुप्रतीक्षित आनंदपुर नयना देवी रोपवे के नहीं बनने का मलाल जरूर है.
क्षेत्र के लोगों का कहना है कि 14 अप्रैल 1999 को आनंदपुर साहिब में खालसा पंथ की 300 साला वर्षगांठ में बहुत भव्य समारोह में हिमाचल के तत्काल मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने नयना देवी से आनंदपुर साहिब को रोपवे से जोड़ने की बात कही थी.
धार्मिक तीर्थ स्थानों को एक दूसरे से जोड़ना
इसका मुख्य उद्देश्य दोनों धार्मिक तीर्थ स्थानों को एक दूसरे से जोड़ना था. जिसे सभी ने सहर्ष स्वीकार भी किया. समय बिता रहा सरकारें आती रही और जाती रही. किंतु इस पर किसी की भी निगाहे नहीं गई. अब क्षेत्रवासियों की नजर प्रदेश में 18 दिसंबर के बाद गठित होने वाली नई सरकार पर टिकी हुई है. प्रदेश सरकार फिर से इस मामले पर विचार करेगी. इससे लोगों को राहत मिलेगी.