नई दिल्ली. सर्दियों की शुरुआत के साथ ही Delhi-NCR एक बार फिर जहरीली धुंध की चपेट में आ गया है। राजधानी की हवा इस समय ‘Severe’ category में पहुंच चुकी है, जहां Air Quality Index (AQI) कई इलाकों में 400 से ऊपर दर्ज किया गया है। सांस लेना मुश्किल हो चुका है और लोग घरों में भी clean air पाने के लिए हर संभव उपाय आजमा रहे हैं।
इसी बीच, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Reddit पर एक यूज़र का आइडिया वायरल हो गया है, जिसने महंगे ब्रांडेड एयर प्यूरीफायर को टक्कर देने वाला DIY Air Purifier सिर्फ ₹2000 में बना डाला।
Reddit पर वायरल हुआ ‘I Built My Personal Air Purifier for 2000 INR’ पोस्ट
इस यूज़र ने बताया कि उसने एक साधारण exhaust fan और HEPA filter की मदद से अपना पर्सनल एयर प्यूरीफायर तैयार किया है — और नतीजे शानदार हैं।
यूज़र के मुताबिक, उनका यह प्यूरीफायर उनके महंगे Philips purifier से भी बेहतर काम कर रहा है।
उन्होंने बताया कि इस सेटअप में शामिल हैं:
150mm का exhaust fan (₹750)
HEPA filter (Amazon से ₹1000)
कुछ बेसिक चीजें जैसे स्विच, वायर, रेगुलेटर, कार्डबोर्ड और ग्लू गन (₹150)
यूज़र का दावा है कि इस low-cost air purifier ने 12×12 फीट के कमरे में AQI को 400 से घटाकर 50 कर दिया — वो भी सिर्फ 15 मिनट में और सबसे कम स्पीड पर!
Reddit पर मिली जबरदस्त प्रतिक्रिया
यह पोस्ट कुछ ही घंटों में viral हो गई और हजारों upvotes बटोर लिए।
एक यूज़र ने कमेंट किया, “Iski ek tutorial video bhi banao!”
जबकि दूसरे ने लिखा, “Air purifiers are not rocket science… बस हवा को HEPA filter से पास कर दो.”
कई यूज़र्स ने सुझाव दिया कि ये Redditor अब इसका YouTube video बनाकर दूसरों को भी सिखाए या Delhi workshop आयोजित करे ताकि लोग खुद भी यह किफायती डिवाइस बना सकें।
Delhi vs Vienna: Viral video में दिखा shocking difference
वहीं दूसरी ओर, सोशल मीडिया पर एक और viral video दिल्ली की जहरीली हवा की तुलना Vienna के साफ नीले आसमान से करता दिख रहा है।
वीडियो में दोनों शहरों के बीच का फर्क देखकर लोग हैरान हैं — जहां Vienna में लोग खुले में ताज़ी हवा का आनंद ले रहे हैं, वहीं दिल्लीवासी धुंध की मोटी चादर में घुटन महसूस कर रहे हैं।
जब तक दिल्ली की हवा सुधरती नहीं, लोग ऐसे DIY air purifiers, indoor plants और masks पर ही निर्भर हैं।
लेकिन इस Reddit hack ने यह साबित कर दिया है कि अगर थोड़ी क्रिएटिविटी और जुगाड़ हो, तो clean air अब अमीरों का लक्ज़री नहीं — बल्कि हर किसी की पहुंच में हो सकती है।
