बिलासपुर(श्री नैना देवी). जामली, मैथी और दयोथ में लावारिस पशुओं और जंगली जानवरों की वजह से लोगों ने अपने खेतों में खेती करना बंद कर दिया है. क्योंकि लावारिश पशु फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं. हिमाचल प्रदेश सरकार ने हर एक पंचायत को आदेश दिए थे कि पंचायत में गौशाला होनी चाहिए, फिर भी आज तक श्री नैनादेवी विधानसभा क्षेत्र के किसी भी पंचायत में गौशाला नहीं बनी है.
लावारिश पशु होते सड़क हादसों का शिकार
हाई कोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि सरकार लावारिस पशुओं की समस्या का समाधान पशुओं को माइक्रोचिप लगाकर और हर पंचायत में गौशाला बना कर करें. लावारिस पशु अक्सर सड़क हादसों का शिकार हो जा रहे हैं. वहीं लावारिस पशुओं की वजह से फसलों के बर्बाद होने पर किसान परेशान हैं.
बंदर और सूअर भी करते फसलों को नष्ट
ग्राम पंचायत दयोथ के उपप्रधान राकेश कुमार ने कहा कि गौशाला की जगह निश्चित कर दी गई है. वहीं विभाग की ओर से कोई भी कदम नहीं उठाया गया है. जिसकी वजह से लावारिस पशु सड़कों पर घूम रहे हैं और लोगों की फसलों को खराब कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जंगली जानवर बंदर और सूअर भी फसलों को नष्ट कर रहे हैं.