नई दिल्ली: चक्रवात बिपरजॉय के गुजरात के कच्छ जिले में दस्तक देने के बाद भावनगर सहित गुजरात के कई हिस्सों में काफी बारिश हुई है. कच्छ जिले में चक्रवाती तूफान के कारण तेज हवा चली और भारी बारिश हुई, जिससे सामान्य जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया.
900 से ज्यादा गांवों की बिजली गुल
जिले में बड़ी संख्या में पेड़ उखड़ गए, कई इलाकों में बिजली गुल हो गई और समुद्र के पास निचले इलाकों में पानी भर गया. एक अनुमान के अनुसार, 900 से ज्यादा गांव अंधेरे में हैं. चक्रवात में 2 लोगों की मौत, 22 लोगों के घायल होने की सूचना है. वहीं, 23 मवेशियों की मौत की भी जानकारी मिली है. अब तूफान राजस्थान की ओर बढ़ रहा है.
500 पेड़ और 200 बिजली के खंभे गिरे
चक्रवात ‘बिपारजॉय’ के गुजरात में कच्छ के तट से टकराने के बाद तेज हवाएं चलने के कारण देवभूमि द्वारका जिले में कई पेड़ उखड़े गए. इनकी चपेट में आकर तीन लोग घायल हुए हैं. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि कच्छ जिले के जखौ और मांडवी कस्बों के पास कई पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए, जबकि घर के निर्माण में इस्तेमाल होने वाली टिन की चादरें उड़ गईं. गुजरात तट पर चक्रवात ‘बिपारजॉय’ ने शाम 4.30 बजे दस्तक दी और इसके टकराने की प्रक्रिया मध्यरात्रि तक पूरी हुई.
अलर्ट पर राजस्थान सरकार
राजस्थान सरकार भी बिपरजॉय को लेकर अलर्ट मोड में है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि बिपरजॉय चक्रवाती तूफान के प्रभाव के कारण राज्य में भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए सभी इंतजाम कर लिये गये हैं. गहलोत ने कहा कि उन्होंने कल मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, मौसम विभाग और अन्य संबंधित अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये हैं.
गहलोत ने भरतपुर में संवाददाताओं से बातचीत में कहा, “कल एक समीक्षा बैठक कर नागरिक सुरक्षा और आपदा प्रबंधन के लोगों के दलों का गठन कर दिया गया है. घबराने की कोई जरूरत नहीं है.” मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात के कारण जोधपुर और उदयपुर संभाग में 16 और 17 जून को भारी बारिश व आसपास के इलाकों में 60 से 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है.
सुरक्षित स्थान पर पहुंचाए गए 94,427 लोग
राज्य सरकार ने बताया कि तूफान से मद्देनजर निकाले गए 94,427 लोगों में से कच्छ जिले में 46,800, देवभूमि द्वारका में 10,749, जामनगर में 9,942, मोरबी में 9,243, राजकोट में 6,822, जूनागढ़ में 4,864, पोरबंदर में 4,379 और गिर सोमनाथ जिले में 1,605 लोगों को निकाला गया है. जिन लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया, उनमें 8,900 बच्चे, 1,131 गर्भवती महिलाएं और 4,697 बुजुर्ग शामिल हैं.
अगले तीन दिन ट्रेनें रद्द
पश्चिम रेलवे ने ‘बिपरजॉय’ चक्रवात के मद्देनजर अगले तीन दिन एहतियात के तौर पर कुछ और ट्रेन रद्द करने की घोषणा की. पश्चिम रेलवे की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि उसने ऐहतियात के तौर पर 23 और ट्रेन रद्द कर दी हैं. इसके अलावा तीन ट्रेन को गंतव्य पर पहुंचने से पहले ही रोक दिया. जबकि सात अन्य ट्रेन उनके तय स्टेशन की जगह दूसरे स्टेशन से चलाई जाएंगी.
PM मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री से की बात
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से फोन पर बात करके चक्रवात ‘बिपरजॉय’ के आने के बाद राज्य की स्थिति के बारे में जानकारी ली. प्रधानमंत्री ने अन्य मामलों के साथ-साथ जंगली जानवरों, विशेषकर गिर के जंगल में शेरों की सुरक्षा के लिए राज्य प्रशासन द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में पूछा.
पटेल ने ट्वीट किया, “प्रधानमंत्री मोदी ने टेलीफोन पर मुझसे बात करके चक्रवात बिपारजॉय के आने के बाद गुजरात की वर्तमान स्थिति के बारे में सभी जानकारी ली. उन्होंने गिर वन के शेरों समेत सभी जंगली जानवरों की सुरक्षा के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में भी पूछा.”