शिमला. हिमाचल विधानसभा चुनाव के लिए 12 नवंबर को होने वाले मतदान को लेकर मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने मतदाताओं से अपील की है. मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि स्वतंत्र भारत के प्रथम मतदाता दिवंगत श्याम सरन नेगी हर पीढ़ी के लिए प्रेरणास्त्रोत्र रहे हैं. उनकी लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति प्रतिबद्धता हम सभी के लिए प्रेरणा है. नेगी को हमारी सच्ची श्रद्धांजलि तभी होगी जब सभी प्रदेशवासी 12 नवंबर को बढ़-चढ़कर मतदान करेंगे.
कांगड़ा जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि चुनाव को स्वतंत्र, निष्पक्ष तथा शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न करवाने के उद्देश्य से धारा-144 के अंतर्गत प्रदत शक्तियों का प्रयोग करते हुए कांगड़ा जिले में एक साथ 5 से अधिक लोगों के एकत्रित होने, साथ चलने पर प्रतिबंध लगाया गया है. इसके अलावा अवैध तरीके से इकट्ठे होने और जन सभाओं को भी प्रतिबंधित किया गया है. यह प्रतिबंध 10 नवंबर को सायं 5 बजे से 13 नवंबर सायं 5 बजे तक लागू रहेगा.
हिमाचल में चुनाव प्रचार का शोर थमा, अब डोर टू डोर जाएंगे प्रत्याशी
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए गुरुवार शाम 5:00 बजे से प्रचार का शोर थम गया है. अब प्रचार थमने के बाद मतदान के दिन से पहले तक सभी प्रत्याशी तीन समर्थकों के साथ बिना किसी शोर-शराबे के डोर टू डोर संपर्क करेंगे. इसी के साथ ही संबंधित विधानसभा क्षेत्र में मौजूद गैर मतदाता स्टार प्रचारकों और राजनीतिक हस्तियों का बाहर जाना शुरू हो गया है.
प्रचार के अंतिम दिन सत्तारूढ़ भाजपा और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस से लेकर निर्दलीय प्रत्याशियों ने चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंकी. उधर, साइलेंट प्रचार के दौरान मतदाताओं को किसी भी तरह के प्रलोभन या भय के जरिये प्रभावित करने की कोशिशों पर अंकुश लगाने के लिए मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने सभी चुनाव वाले जिलों के उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों और रिटर्निंग अधिकारियों के अलावा ऑब्जर्वरों को विशेष निगरानी करने और सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं.
शराब की बिक्री पर रहेगा प्रतिबंध, सीमाएं सील
चुनाव प्रचार संपन्न होने के साथ ही गुरुवार से दूरदराज के इलाकों में पोलिंग पार्टियां रवाना होना शुरू हो गई हैं. वहीं, 10 नवंबर शाम 05:00 बजे से 12 नवंबर की शाम 05:00 बजे तक शराब की बिक्री पर भी पूर्ण प्रतिबंध रहेगा. चुनाव को प्रभावित करने वाली कोई भी सामग्री प्रदेश में बाहरी राज्यों से न पहुंच सके, इसके लिए प्रशासन ने प्रदेश की सीमाएं पूरी तरह सील कर दी हैं. गुरुवार को भाजपा के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रचार किया, जबकि कांग्रेस के लिए पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी, भूपेश बघेल, सचिन पायलट, राजीव शुक्ला मैदान में उतरे.
413 प्रत्याशी चुनाव मैदान में
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए हिमाचल प्रदेश के 68 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 413 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. 12 नवंबर को होने वाले चुनाव में इनके भविष्य का फैसला होगा. प्रदेश भर में 7,881 मतदान केंद्रों में मतदान होगा. 8 दिसंबर को नतीजे घोषित होने हैं.
विधानसभा चुनाव के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें तैनात
विधानसभा चुनाव के चलते राज्य आपदा प्रबंधन ने अप्रिय घटना व प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के 50 कर्मियों को लाहौल-स्पीति और चंबा जिले के जनजातीय क्षेत्रों में तैनात किया है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग ने कहा कि जिला मुख्यालय चंबा और पांगी में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के दस-दस कर्मी, जिला मुख्यालय लाहौल-स्पीति, काजा और उदयपुर में दस-दस कर्मचारियों की तैनाती की है।
हमीरपुर के विधानसभा क्षेत्रों के लिए पोलिंग पार्टियां रवाना
प्रदेश के हमीरपुर जिले के विधानसभा क्षेत्रों के लिए शुक्रवार सुबह ईवीएम और वीवीपैट के साथ पोलिंग पार्टियां रवाना हो गई हैं. वहीं, एचआरटीसी ने विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में पोलिंग टीमों को भेजने और वापस स्ट्रांग रूम तक लाने के लिए बसों को भेजने की सूची तैयार कर ली है. यह सरकारी बसें 10 और 11 नवंबर को अपने-अपने स्थानों पर पहुंच जाएंगी. कुल 80 बसें भेजी गई हैं.
चौपाल में चार संवेदनशील और चार अतिसंवेदनशील बूथ
विधानसभा क्षेत्र चौपाल में 12 नवंबर को होने वाले मतदान के लिए पोलिंग पार्टियां रवाना हो गई हैं. चौपाल में कुल 184 पोलिंग पार्टियों की तैनाती की गई है. इसमें से 146 पार्टियां पोलिंग बूथ के लिए रवाना कर दी गई हैं, जबकि अन्य टीमों को रिजर्व में रखा गया है. निर्वाचन अधिकारी एवं एसडीएम चौपाल चेत सिंह ने बताया कि चौपाल में कुल 146 पोलिंग बूथ है. इसमें से चार संवेदनशील और चार अति संवेदनशील घोषित किए गए हैं. संवेदनशील बूथों में ताली, देवठी, धनेवरी, पोषडाह और अति संवेदनशील बूथों में लिंगजार, ननाहर, झीना और मसराह शामिल है. इन बूथों पर सुरक्षा के दृष्टिगत अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं. 10 नवंबर को शाम पांच बजे से 12 नवंबर शाम पांच बजे तक प्रशासन ने ड्राई डे घोषित किया है.