कुल्लू. जहां गाय को माता का दर्जा दिया जाता है पूजा में स्थान दिया जाता है. वहीं एक ओर ठंड से गाय मर रही है. कुल्लु जिला में गायों को बेसहारा छोड़ दिया जा रहा है जो आम जनता के लिए परेशानी का सबब तो है ही वही प्रशाशन के द्वारा उठाये गए कदम भी कुछ खास नही नज़र आ रहे है.
गायों को गाड़ी में भर-भर कर कुल्लु जिला के प्रवेश द्वार बजौरा स्थित भिंड़ीबाई नामक स्थान पर पहुंचाया जा रहा है. यह गौ माता को ऐसे स्थान पर कैद कर के रख हुआ है. जहां पर इनके पास ठंड से ठिठुरने के इलावा और कोई चारा नहीं है. इसी ठंड और भूख से पिछले सप्ताह 4 गायों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा. सरकार के निर्देशों के अनुसार सड़को पर घूम रही आवारा गायों को सुरक्षित रखने के लिए गौसदनो तक पहुंचाया जाए, लेकिन गौसदनो में भी गायों की हो रही दुर्दशा गंभीर चिंता का विषय है. सड़को पर घूम रही गाए प्रताड़ना और दुर्घटना का शिकार बनती है.
गौसदन के नाम पर बाड़बंदी
भिंड़ीबाई में गौसदन के नाम पर तारो से बाड़बंदी तो कर दी गयी है, लेकिन गायो को ठंड से बचाने के कोई पुख्ता इंतज़ाम नहीं है न तो शेड की कोई व्यवस्था है उक्त स्थान पर पानी बहने के कारण ठंड भी है. ऐसे में सर्दियां होने के कारण गाऊ की जान पर भारी पड़ रहा है. जंगल के पास होने के कारण धूप भी यह 2 घंटे से ज्यादा नहीं रहती है. वही गायों के लिए उचित चारे के प्रबन्ध भी नहीं हो पा रहा यही जिसके चलते अभी तक 4 गाये तड़प-तड़प के मर चुकी है.
गौसदन नहीं रहने लायक
बजौरा के स्थानीय निवासी रिंकू,दिनेश,अविनाश गर्ग,सौरभ,तेनजिन,झाभे राम,विनोद कुमार आदी ने बताया कि जब गौसदन का दौरा किया तो उन्होंने मृत पड़ी गायो को देखा. स्थानीय निवासियों का कहना है कि उक्त स्थान गौसदन के लायक नही है तो फिर उक्त स्थान गउओं के लिए क्यों चुना गया लोगो ने प्रसाशन से मांग की है गायों को गौसदनो तक तभी पहुंचाया जाए जब उनकी उचित देखभाल हो सके.
क्या कहता है प्रशाशन
वही उपायुक्त कुल्लु यूनुस का कहना है कि जिला पंचायत अधिकारी को इसकी जांच के आदेश दे दिए गए है. गायों के लिए चारे का इंतजाम भी कर लिया गया है. गायों के लिए गौसदनो का निर्माण किया जाएगा. जिसके लिए भूमि चिन्हित की जा रही है वैटनरी विभाग को भी निर्देश दिए गए है कि मौके पर जाकर सभी गउओं का चेकअप किया जाएगा एस. डी. एम कुल्लु को भी मामले के जांच के आदेश दिए गए है कुछ दिनों में ही शेड बना दिया जायेगा.
