नई दिल्ली: नई दिल्ली के कांग्रेस मुख्यालय में आज राजस्थान को लेकर एक अहम बैठक हुई. इसमें राजस्थान विधानसभा चुनाव की जिम्मेदारियां तय की गई. इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी समेत अन्य नेताओं ने भाग लिया.
घायल होने की वजह से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक में भाग लिया. राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट इस बैठक में भाग लेने के लिए कांग्रेस मुख्यालय पहुंच गए हैं.
राजस्थान में कांग्रेस का संकट
कांग्रेस की इस महत्वपूर्ण बैठक में मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी राजस्थान के कांग्रेस नेताओं को चुनावी टास्क दी. जानकारों के मुताबिक बैठक में सचिन पायलट की भूमिका भी तय हुई. पिछले दिनों इसी तरह की बैठक छत्तीसगढ़ के मामले में हुई थी. इसके बाद मंत्री टीएस सिंहदेव को उपमुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया गया था. छत्तीसगढ़ में भी सरकार बनने के बाद से ही खींचतान चल रही थी. इसे कांग्रेस ने चुनाव से पहले मिटाने की पहल की है. अब राजस्थान की बारी है.
राहुल गांधी पहले यह बैठक एक जुलाई को करने वाले थे. लेकिन कांग्रेस विधायकों की सालासर में होने वाले दो दिन के सम्मेलन का हवाला देकर इसकी तारीख आगे बढ़ा दी गई. इस बीच सीएम अशोक गहलोत के पैरों में दिक्कत होने की वजह से विधायक और उम्मीदवारों के सम्मेलन को टाल दिया गया.
प्रदेश के ये ‘दिग्गज’ रहे मौजूद
बैठक में करीब 20 नेताओं को इस बैठक के लिए बुलाया गया था. आलाकमान के समक्ष होने वाली महत्वपूर्ण बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत स्वास्थ्य कारणों से जयपुर से ही वर्चुअल माध्यम से जुड़ेंगे, जबकि व्यक्तिगत रूप से शामिल होने के लिए प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, पूर्व अध्यक्ष सचिन पायलट, वरिष्ठ नेता मोहन प्रकाश, भंवर जितेंद्र सिंह, सरकार में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, शकुंतला रावत, रामलाल जाट, जाहिदा खान, अशोक चांदना, राजेंद्र यादव, पूर्व मंत्री रघु शर्मा, वरिष्ठ नेता धीरज गुर्जर, हरीश चौधरी, रफीक खान और रामेश्वर डूडी भी मौजूद रहेंगे.