शिमला: हिमाचल प्रदेश में नगर निगम शिमला चुनाव को लेकर कांग्रेस ने घोषणापत्र जारी कर दिया है. इस मौके पर मुख्यमंत्री सुक्खू, उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह, सह प्रभारी तजेंदर पाल बिट्टू सहित मंत्री और विधायक मौजूद रहे. कांग्रेस ने घोषणापत्र में शिमला शहर की जनता को पीने के लिए साफ पानी से लेकर कई अहम वादे किए.
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सुक्खू ने कहा कि भाजपा के वित्तीय कुप्रबंधन के चलते आर्थिक बदहाली वाली स्थिति कांग्रेस सरकार को विरासत में मिली बावजूद इसके जनहित में बड़े फैसले लिए जा रहे. उन्होंने कहा कि आर्थिक स्थिति को पटरी पर लाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं और 4 वर्षों के भीतर इसके परिणाम सभी के सामने होंगे.

कांग्रेस ने घोषणापत्र में ये वादे किए
- शिमला शहर की जनता को पीने के लिए साफ पानी दिया जाएगा.
- शिमला को साफ और ग्रीन बनाने का वादा किया गया है.
- नशा मुक्ति की ओर सख्त कदम उठाए जाने की बात कही गई है.
- वेलनेस सेंटर और इंडोर स्टेडियम के निर्माण की घोषणा की गई है.
- जमीन की उपलब्धता के अनुसार हर वार्ड में पार्क, पार्किंग और सामुदायिक केंद्र बनाने का वादा किया गया है.
- कांग्रेस ने हर वार्ड में एंबुलेंस मार्ग बनाने का अलार्म की घोषणा की है.
- हर वार्ड में शहर के सभी अस्पतालों और अन्य चिन्हित स्थानों के लिए एचआरटीसी की टैक्सी सुविधा देने की बात कही है.
- ट्रैफिक निजात के लिए शहर के अंदर रोपवे के निर्माण का भी ऐलान किया गया है.
- शहरी गरीब व्यक्तियों के लिए आवास योजना की घोषणा की गई है.
- डी-कंजशन से छुटकारा देने के लिए शहर से अनाज मंडी, सब्जी मंडी, ट्रांसपोर्ट क्षेत्र, लकड़ी के डिपो को शहर के नजदीक उचित स्थान पर शिफ्ट करने का ऐलान किया गया है.
- कांग्रेस की ओर से शहर की खुली तारों को भूमिगत करने की भी घोषणा हुई है.
- शिमला शहर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भी कई घोषणा कांग्रेस ने की है.
- शिमला शहर के 4 सरकारी स्कूलों में नर्सरी कक्षाएं इंग्लिश मीडियम शुरू करने की घोषणा भी की गई हैं.
कांग्रेस को विरासत में मिली आर्थिक बदहाली: सीएम
राजीव भवन में मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार 75 हजार करोड़ का कर्ज प्रदेश पर छोड़ कर गई, उसके अनुसार प्रदेश के हर व्यक्ति पर 92,840 रुपए का कर्ज है. मुख्यमंत्री ने कहा कि संसाधनों की कमी के बावजूद 10 गारंटियों को पूरा करने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं.