अहमदाबाद. दस दिन बाद गुजरात में राज्यसभा चुनाव होने वाले हैं. चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी बिखरती हुई नजर आ रही है. गुजरात कांग्रेस के तीन विधायकों ने शुक्रवार को इस्तीफा दे दिया. गुरुवार से अब तक 6 विधायक पार्टी छोड़ चुके हैं. ऐसे में कांग्रेस पार्टी अपना घर बचाने में लग गई है. कयास ये लगाए जा रहे है कि एक से दो दिन में कई और विधायक भी इस्तीफा दे सकते हैं. ऐसे में कांग्रेस ने बीजेपी पार्टी पर धन और सत्ता के बल पर पार्टी तोड़ने का आरोप लगाया है. वहीं, दूसरी तरफ पार्टी ने सभी विधायक को चेतावनी दी कि अगर पार्टी छोड़ते हैं, तो उन पर दल-बदल कानून के तहत कार्रवाई हो सकती है.
शुक्रवार को निर्वाचन क्षेत्र के विधायक चन्नाभाई चौधरी और बालासिनोर से मानसिंह चौहान ने इस्तीफा दिया. कांग्रेसी विधायक राघव जी पटेल ने कहा कि जल्द ही वह अन्य पांच विधायकों के साथ इस्तीफा देंगे. विधायको के ऐसे इस्तीफा देने से सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल के राज्यसभा पहुंचने की राह में बढ़ती अड़चन के तौर पर देखा जा रहा है.
अब कांग्रेस बचे हुए विधायक को अपनी पार्टी में रखने के लिए, उन्हें राज्य से बाहर किसी सुरक्षित जगह पर रखने का काम कर रही है. यह सारा इंतजाम अहमद पटेल के इशारों पर हो रहा है. पार्टी में बचे 44 विधायकों को बैंगलोर भेज दिया गया है. इन विधायकों को चुनाव तक बैंगलोर में रखने की योजना बनाई जा रही है. बीजेपी के मंसूबों को देखते हुए उन्होंने अपने लोगों को महफूज रखने की कोशिशें शुरू कर दी हैं.