नई दिल्ली. देश में 31 मुख्यमंत्रियों में से 11 पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की ओर से जारी की गई रिपोर्ट में मुख्यमंत्रियों के खिलाफ आपराधिक मामलों को शामिल किया गया है. इस लिस्ट में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस 22 मामलों के साथ सबसे ऊपर हैं. 22 मामलों में से 3 गंभीर आपराधिक मामले हैं.
फडणवीस और नीतीश पर गंभीर मामले
इन 11 आपराधिक मामलों वाले मुख्यमंत्रियों में से 8 मुख्यमंत्रियों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, दंगा और अन्य मामले दर्ज हैं. नीतीश पर हत्या का मामले नवंबर, 1991 में एक रैली से संबंधित है.
वहीं इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर केरल के मुख्यमंत्री पिनराई हैं, जिनके खिलाफ कुल 11 मामले दर्ज. विजयन पर धोखाधड़ी और बेईमानी से संपत्ति पर कब्जा करने, दंगा और आपराधिक साजिश जैसे मामले दर्ज हैं.
केजरीवाल पर 10 मामले दर्ज
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भी 10 मामले दर्ज हैं. सरकारी कर्मचारी के काम में दखल देने से लेकर मानहानि तक के मामले उनपर दर्ज हैं.
कैप्टन अमरिंदर और योगी पर 4-4 मामले
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के खिलाफ भी 4 मामले दर्ज हैं. इन पर दर्ज मामलों में धोखाधड़ी और बेईमानी से संपत्ति बेचने के केस भी दर्ज हैं. वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ भी चार मामले दर्ज हैं और ये सभी गंभीर मामले हैं. योगी पर दंगा और विस्फोटक पदार्थ से नुकसान पहुंचाने जैसे कई आरोप शामिल हैं.
वहीं एडीआर की रिपोर्ट में सबसे अमीर मुख्यमंत्री के रूप में सामने आए आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू के खिलाफ 3 मामले दर्ज हैं. एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक इन तीनों में से कोई भी गंभीर मामला नहीं है.
महबूबा मुफ़्ती के खिलाफ एक मामला
तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव के खिलाफ दो मामले, पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायण स्वामी के खिलाफ दो मामले दर्ज हैं. वहीं जम्मू कश्मीर की सीएम महबूबा मुफ़्ती के खिलाफ मानहानि का एक मामला दर्ज है.