नई दिल्ली. अमेरिका में एक चौंका देने वाला मामला सामने आया है. अमेरिका की राष्ट्रीय जिमनास्टिक टीम के भूतपूर्व डॉक्टर लैरी नासर को 150 से ज्यादा बच्चियों के यौन शोषण मामले में दोषी ठहराया गया है, जिसके बाद मिशीगन की एक अदालत ने उसे 175 साल कैद की सजा सुनाई है. पीड़िताओं में अमेरिका की कई ओलंपिक पदक विजेता जिमनास्टिक शामिल हैं.
पीड़ितों में शामिल कई ओलंपियन
खेल इतिहास के कुछ सबसे बदनाम मामलों में शामिल इस केस का खुलासा तब हुआ जब जिम्नास्टिक खिलाडियों की शिकायतों के बाद लैरी नासर को 2015 में USA जिम्नास्टिक संगठन ने राष्ट्रीय जिम्नास्टिक टीम के अधिकारिक डॉक्टर के पद से निलंबित कर दिया. उसके बाद सितम्बर 2016 में दो भूतपूर्व जिमनास्टों की शिकायत के बाद उसे मिशीगन स्टेट यूनिवर्सिटी में अध्यापक के पद से भी हटा दिया गया. तब से लेकर अब तक लगभग 150 भूतपूर्व जिमनास्टों ने लैरी नासर पर यौन शोषण का आरोप लगाते हुए कोर्ट में गवाही दी है.
अपने 25 साल के कैरियर के दौरान नासर ने डाक्टरी जांच के बहाने कई बच्चियों का यौन शोषण किया. कई पीड़िताओं की उम्र शोषण के समय 5 से 15 वर्ष के बीच थी. पीड़ितों में रिओ ओलंपिक्स में चार स्वर्ण पदक जीतने वाली सिमोन बाइल्स, ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट गेब्रिएला डगलस और 2012 लन्दन ओलंपिक्स में स्वर्ण पदक जीतने वाली एली रैस्मन शामिल हैं.
एक पीड़िता के पिता ने कर ली आत्महत्या
पीड़ितों में से एक कायिली स्टीफंस ने अपनी गवाही के दौरान बताया कि हादसे के समय उसकी आयु छह वर्ष थी. नासर ने उसके माता-पिता से दोस्ती कर ली थी और जब उसने अपने माता पिता से शिकायत की तो नासर ने उन्हें यकीन दिलाया कि वह झूठ बोल रही है. कायिली ने आगे बताया कि जब उसके पिता को अहसास हुआ कि उनकी बेटी ने सच बोला था तो शर्मिंदगी के चलते उन्होंने आत्महत्या कर ली.
मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए नासर को न्यूनतम 40 और अधिकतम 175 साल की सजा सुनाते हुए जज रोसमरी अक्विलिना ने कहा- “मैं तुम्हारे डेथ वारंट पर हस्ताक्षर कर रही हूँ. तुम्हें जेल से बाहर कदम रखने की इजाजत नहीं दी जा सकती क्योंकि तुम जहाँ जाओगे, बर्बादी फैलाओगे.”