शिमला: पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नीत सरकार ने उच्चतम न्यायालय के आदेशों की अवहेलना करते हुए सीपीएस की नियुक्ति की है. इसलिए हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय ने अदालत के समक्ष नियुक्ति को लेकर सुक्खू सरकार की ओर से दायर याचिका को खारिज कर दिया है.
जयराम ठाकुर ने प्रदेश सरकार पर साधा निशाना
वहीं, इस मामले पर हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का भी बयान सामने आया है. उन्होंने हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय की ओर से खारिज की गई किए गए आवेदन को भाजपा की बड़ी जीत बताया. उन्होंने कहा कि यह भाजपा की बड़ी जीत है और सरकार के लिए करारा झटका. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सलाहकारों की बड़ी फौज खड़ी की हुई है और इन्हीं सलाहकारों की सलाह लेकर अब वह फंस गए हैं.
बीजेपी की याचिका पर अदालत में केस लंबित
सीपीएस की नियुक्तियों से सत्ताधारी दल में राजनीतिक समीकरण गरमा गए हैं. उन्होंने कहा कि शीर्ष अदालत के स्पष्ट आदेशों के बावजूद सरकार द्वारा सीपीएस नियुक्त करने का यह निर्णय पूरी तरह से आश्चर्यजनक है. ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सुक्खू ने छह विधायकों को सीपीएस नियुक्ति किया है.
इनमें रोहड़ू से मोहन लाल ब्राक्टा, कुल्लू से सुंदर सिंह ठाकुर, अर्की से विधायक संजय अवस्थी, दून से राम कुमार चौधरी, पालमपुर से आशीष बुटेल और बैजनाथ से किशोरी लाल शामिल हैं. सरकार ने उन्हें दफ्तर से लेकर वाहन समेत अन्य सुविधाएं भी मुहैया कराई हैं.