सिरमौर(शिलाई). इन दिनों शिलाई में आवारा कुत्तों के कहर से दहशत फैली हुई है. बीते दिनों में तीन अलग-अलग गांव के लगभग 13 लोगों को आवारा कुत्तोंं ने काट लिया है. इन लोगों को शिलाई अस्पताल मे भर्ती करवाया गया है. जहाँ पर उन्हे एंटी रेबीज इंजेक्शन दिए जा रहे हैं.
इन सभी लोगों की हालत में अब सुधार है लेकिन क्षेत्र में सनसनी फैली हुई है. लोगों को डर है कि कहीं वह किसी कुत्ते का शिकार न बन जाएं. विभाग ने अभी तक कोई कुत्ता नहीं पकड़ा है. ग्राम पंचायत प्रधान शिलाई देवेन्द्र धीमान ने आदेश दिए है की ये आवारा कुत्ते जिस पर भी हमला करे वह अपने बचाव के लिए कुत्ते को मार सकते हैं.
कुत्तों को पकड़ने की मांग
स्थानीय लोगों में ललिता राणा, सुमन सुनीता कमला, धर्म सिंह,शेर सिंह, कनकु राम, सुरेंदर सिंह ने बताया कि तीन दिन पहले गावं गंगटोली मे 6 लोगों को कुत्ते ने काटा था जबकि एक दिन पहले गावं बम्बल में ३ लोग और शिलाई में 4 लोगों को आवारा कुत्ते ने अपना शिकार बनाया है.
कुछ आवारा कुत्ते पागल हो गए है जिनको पकड़ना जरुरी है नहीं तो हर दिन कुत्ते के शिकार हो रहे लोगों की संख्या बढ़ सकती है. अब तक कोई भी कुत्ता पकड़ा नहीं गया है. जिससे लोगों में दहशत का माहौल है. लोगों ने मांग की है कि विभागीय अधिकारियों को जल्द ही उचित कदम उठाने चाहिए और इन कुत्तों को पकड़ कर पिंजरे मे बन्द करना चाहिए.
एंटी रेबीज नहीं उपलब्ध
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र शिलाई के अंतर्गत आधा दर्जन से ज्यादा पीएचसी सेंटर है लेकिन इस तरह अचानक यदि किसी गाँव में अधिक लोग कुत्ते का शिकार हो जायें तो इन पीएचसी में कोई ऐसी सुविधा नहीं है जहा पर एंटी रेवीज इंजेक्शन जैसी सुविधा उपलब्ध हो इन पीएचसी में हालत इतनी दयनीय है कि अधिकांश पीएचसी में डाक्टर तो दूर हेल्थ वर्कर भी उपलब्ध नहीं है.
स्वास्थ्य विभाग के बोल
अस्पताल शिलाई के कार्यकारी बीएमओ एवी राघव ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया की कुत्ते के काटने वाले लोगों का उपचार शिलाई अस्पताल मे किया जा रहा है. सबको एंटी रेवीज इंजेक्शन देकर अन्य सभी दवाइयां दी जा रही है. सभी मरीजों की हालत ठीक है. अधिकांश पीएचसी मे एंटी रेवीज उपलब्ध नहीं है जरुरत पड़ने पर पीएचसी मे एंटी रेवीज इंजेक्शन उपलब्ध करवाएं जाएगें.