देश भर के कुछ हिस्सों में बारिश आने से लोगों को गर्मी से राहत मिली. वहीं कई हिस्सों में भारी बारिश के कारण स्थानीय निवासियों कई समस्याओं से जूझना पड़ रहा है. मौसम विभाग ने 48 घंटे के भीतर मेघालय और आसाम में जबरदस्त बारिस होने की संभावना जतायी है. वहीं बिहार, झारखंड, उड़िसा, सिक्किम और अरूणाचल में भी भारी बारिस होने की संभावना है.
उत्तराखंड के पिथौरागढ़, नैनीताल, रुद्रप्रयाग और चमोली जिलों में मंगलवार शाम से अगले 48 घंटों में भारी बारिश और तूफान तथा 2000 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले स्थानों में तूफान और ओला की संभावना को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने परामर्श जारी किया है.
अगले 48 घंटों में कहीं-कहीं ओला वृष्टि और 70-80 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति वाली तेज हवा चलने की संभावना भी व्यक्त की गई है. इसके अलावा, दो हजार मीटर तथा उससे अधिक ऊंचाई वाले स्थानों में ओलावृष्टि की संभावना भी मौसम विभाग ने जताई है. मौसम विभाग ने लोगों को तेज हवाओं और ओलावृष्टि के दौरान सतर्क तथा सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी है.
वहीं असम में भारी बारिश के बाद कई जिले में बाढ़ आ गई. बाढ़ से करीब 4 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. वहीं 130 गांव पानी में डूब हुए हैं. बारिश से लोगों के मकान पानी में डूब गये हैं और लोग एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए नाव का सहारा ले रहे हैं. बाढ़ आजाने के बाद लोगों की धान की खेती भी चौपट हो गई है.
उत्तराखंड के चंपावत में बारिश के दौरान गंडक अपने खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी. इसी बहाव में एक कार भी बह गई. हालांकि इस बात की जानकारी नहीं मिल सकी है कि उसका ड्राइवर जिन्दा है या नहीं. राज्य के ही पिथौरागढ़ स्थित में घाटखोला के पास बारिश के चलते हुए भूस्खलन मे 5 लोगों की मौत और दो लोग घायल बताए जा रहे हैं. उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा सांसद रमेश पंखरियाल ‘निशंक’ उस वक्त बाल-बाल बचे जब रुद्रप्रयाग में उनके काफिले पर एक बोल्डर गिर गया. वहीं उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में भी स्थिति खराब है.