मंडी(जोगिंद्रनगर). आज कल जहां बैलों का स्थान ट्रैक्टर ने ले लिया है, वहीं खेती के लिए प्रयोग में लाई जाने वाली छोटी मशीनें भी किसानों के लिए वरदान साबित हो रही हैं. एक ओर क्षेत्र के कुछ स्थानों में बारिश न होने से जहां किसान गेहूं कि बुआई के लिए बारिश का इंतजार कर रहे हैं, तो दूसरी ओर किसानों द्वारा नहर व नालियों से खेतों को पानी देकर गेहूं कि बुआई शुरु है.
क्षेत्र में अधिकतर स्थानों पर अब ट्रैक्टर व छोटी अत्याधुनिक मशीनों द्वारा खेती-बाड़ी का कार्य किया जा रहा है. वहीं कुछ स्थानों पर बैलों द्वारा हल जोत कर भी खेती की जा रही है. टिकरू गांव के अजय कुमार ने बताया कि अब बैलों से खेती-बाड़ी का कार्य करना मुश्किल हो रहा है, फिर भी वह बैलों द्वारा ही खेती-बाड़ी का कार्य कर रहे हैं.