चंबा(धनावल). सुरगणी क्षेत्र में बेरा सियूल प्रोजेक्ट में बांध का पानी छोड़े जाने की वजह से लोगों की कई बीघा जमीन बर्बाद हो गई है. डैम का पानी छोड़े जाने के बाद वहां की जमीन पूरी तरह बंजर हो चुकी है. इसके बावजूद परियोजना प्रबंधक ग्रामीणों की इस समस्या के बारे में जरा भी चिंतित नहीं दिखता है.
दरअसल बरसात के दिनों में बांध में अधिक मात्रा में पानी भर जाने के कारण बांध के सभी गेट खोल दिए जाते हैं. जिसकी वजह से धनावल गांव के लोगों की नदी के किनारे पर लगने वाली उपजाऊ जमीन पानी में बह जाती है या फिर उन खेतों की हालत इतनी खराब हो चुकी होती है कि वहां पर खेती करना मुश्किल हो जाता है. लोगों की कई बीघा उपजाऊ जमीन अब बंजर हो चुकी है.
वहां के लोगों ने बताया कि बरसात के समय में जब परियोजना प्रबंधक डैम से पानी छोड़ते है, तो नदी के किनारे पर लगने वाली उनकी जमीनों में पानी घुस जाता है. जिसकी वजह से उन्हें काफी नुकसान होता है. नदी के किनारे पर उनकी कई बीघा उपजाऊ जमीन, जिस पर वह खेती-बाड़ी करके अपना गुजर बसर करते थे, वह बह गई है और बहुत सी जमीन बंजर हो चुकी है. लेकिन आज तक परियोजना प्रबंधन ने इसका किसी भी तरह से समाधान नहीं निकाला है.
अब वहीं लोगों ने परियोजना प्रबंधन से आग्रह किया कि अब उनकी बची हुई जमीन को बचाने के लिए वहां पर कुछ सुरक्षा दीवार लगाए या क्रिएट लगवाए, ताकि उनकी बाक़ी जमीन को बचाया जा सके.