नई दिल्ली. ईरान में चल रहे geo-political crisis और US airstrikes के बीच भारत सरकार ने Operation Sindhu के तहत एक अहम रेस्क्यू मिशन को अंजाम दिया है। Great India Air की विशेष उड़ान (W50071A) रविवार को नई दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुरक्षित लैंड हुई, जिसमें ईरान में फंसे 311 भारतीय नागरिक सवार थे। इनमें से अधिकांश भारतीय छात्र थे, जो Medical और Higher Education के लिए ईरान में रह रहे थे।
इन यात्रियों में सबसे बड़ी संख्या जम्मू-कश्मीर के छात्रों की रही, जिनके परिवार हालात के चलते बीते कई दिनों से घबराए हुए थे। ईरान में लगातार बिगड़ते हालात के बीच उनकी वापसी कई परिवारों के लिए भावनात्मक राहत लेकर आई है।
अब तक 1428 भारतीयों की हुई सुरक्षित निकासी: MEA
Ministry of External Affairs (MEA) के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने X (पूर्व में ट्विटर) पर एक अपडेट साझा करते हुए बताया कि OperationSindhu जारी है। 22 जून को 1630 बजे ईरान के मशहद से 311 भारतीय नागरिक विशेष उड़ान के जरिए नई दिल्ली पहुंचे। अब तक कुल 1,428 भारतीयों को ईरान से निकाला जा चुका है। इस Rescue Operation को भारत सरकार द्वारा Middle East conflict zone में फंसे भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के एक मजबूत प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।
जम्मू-कश्मीर छात्र संघ ने जताया आभार
Jammu and Kashmir Students Association ने MEA, भारत सरकार और तेहरान स्थित भारतीय दूतावास के त्वरित और कारगर प्रयासों की सराहना की। एक बयान में उन्होंने कहा:
“ईरान जैसे युद्धग्रस्त क्षेत्र में फंसे इन छात्रों ने मुश्किल दिन देखे, लेकिन अब वे अपनी मातृभूमि लौट आए हैं। यह भारत सरकार के कुशल संचालन और समर्पण का परिणाम है।”
संघ ने यह भी कहा कि भारत और ईरान के अधिकारियों के बीच diplomatic coordination के चलते यह निकासी संभव हो पाई।
भारत की वैश्विक जिम्मेदारी निभाने की प्रतिबद्धता
भारत का यह कदम यह दर्शाता है कि भारत एक जिम्मेदार वैश्विक नागरिक के रूप में अपने हर नागरिक की सुरक्षा को सर्वोपरि मानता है — चाहे वे कहीं भी क्यों न हों। यह rescue mission न सिर्फ सरकार की तत्परता को दर्शाता है, बल्कि यह भी साबित करता है कि भारत संकट की घड़ी में अपने नागरिकों के साथ खड़ा है।