कांगड़ा (बैजनाथ). बीड़ बिलिंग घाटी यूं तो विश्वभर में पैराग्लाइडिंग के लिए जानी जाती है,लेकिन इस साल बिलिंग पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन 14 अक्टूबर से 16 अक्तूबर भारतीय वायुसेना के सहयोग से एक स्काइडाइविंग जंप का आयोजन बिलिंग में शुरू होगा.
स्काई डाइविंग जम्प अपने आप मे अनूठा प्रदर्शन होगा. इस प्रदर्शन में स्थानीय पैराग्लाइडर्स स्काइडाइवर के साथ बिलिंग से उड़ान भरेंगे तथा पायलट के साथ 8 से 10 हजार फुट की ऊंचाई तक पहुंचने के बाद हवा में जंप करके स्काइडाइवर खुद को टेंडम पायलट से एन्टी लॉक कर जंप कर पैराशूट खोलेगा. इस तरह यह जोखिम भरा मनोरंजक प्रदर्शन होगा.
पहली बार होगा इस तरह का प्रदर्शन
बीपीए निदेशक अनुराग शर्मा व विशेषज्ञ पायलट ज्योति ठाकर ने बताया कि इस प्रदर्शन में 15 स्थानीय पायलट भाग लेंगे. वह वायुसेना के पायलट्स को टेंडम फ्लाइंग करवाकर लगभग 10 हजार फुट की ऊंचाई से छलांग लगवाएंगे. इस तरह का आयोजन बिलिंग घाटी में पहली बार हो रहा है. तथा ऐसे आयोजन से घाटी में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा. इससे पहले भी बीपीए साहसिक प्रतियोगिताओ का सफल आयोजन करा चुकी है. इस प्रतियोगिता के सफल आयोजन करने के लिए बीपीए ने पूरे दिन प्रबंध कर लिये हैं. इस प्रतियोगिता में एयर मार्शल एच एन भागवत स्काई ड्राइवर के रुप में भाग लेंगे. इस अवसर पर बीपीए सचिव सुरेश ठाकुर, विश्व चैंपियन कमल कुमार,परवीन कुमार ,शैलभ अवस्थी आदि मौजूद रहे.
लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज किया जाएगा
पैराग्लाइडिंग विशेषज्ञ ज्योति कुमार ने बताया कि स्काइडाइविंग जंप में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले पायलट का नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज किया जाएगा. इस प्रदर्शन के दौरान लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की टीम बिलिंग घाटी में रहकर समस्त गतिविधियों पर नजर रखेगी.