नई दिल्ली. पंचायत टाइम्स लाइव की टीम इस वक्त गुजरात में है. वहां से हर खास खबर हम आपके सामने लाने की कोशिश कर रहे हैं. इसी क्रम में हमारे संवाददाता कुमार गौरव पहंचे खेड़ा जिला की नडिआद विधानसभा की पिपलाग पंचायत में, जिसे एक आदर्श गांव भी कहा जाता है. वहां पहुंचकर पता चला कि गांव के अधिकतर लोग पाटीदार या पटेल से संबंधित हैं इसके बावजूद आरक्षण की मांग नहीं करते है.
क्यों नहीं मांगते आरक्षण
सरपंच ने बताया कि मोदी ने मुख्यमंत्री बने रहने के दौरान बहुत काम किया. वहीं जब वह प्रधानमंत्री बन गए हैं तो क्योंकि उन्हें गुजरात का हर दर्द पता है इसलिए वह यहां के लिए अच्छा काम कर रहे हैं. सरपंच ने कहा कि सभी पटेल पैसे वाले नहीं हैं. उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरी नहीं मिलती है ऐसी बात नहीं है, लोग नौकरी कम करना चाहते हैं, कुछ खेती करते हैं, कुछ अपना व्यापार करते हैं. उन्होंने कहा कि सूप्रीम कोर्ट ने जब मना कर दिया तो आरक्षण भूल ही जाना चाहिए.
गांव नहीं शहर लगता है
2010 में इस गांव को स्वच्छता निर्मल ग्राम पुरस्कार मिला था. खेड़ा जिला का यह गांव 2012 में चकलास विधानसभा से अलग होकर नडिआद विधानसभा में शामिल हुआ था. इस वक्त गांव की आबादी करीब 5000 है. यहां के भाजपा विधायक का नाम है पंकज भाई देसाई. यह गांव बिलकुल शहर जैसा लगता है. यहां के सांसद देव सिंह चौहान ने इस गांव को गोद ले लिया है. मनीष भाई पटेल यहां के सरपंच हैं, पिछले साल ही यहां से चुने गए हैं.
गांव में हैं सारी सुविधाएं
गांव में एक जिम है जिसे एनआरआई लोगों ने मिल कर बनाया है. मनीष भाई (सरपंच) ने हमारे संवाददाता को पूरा गांव घुमाया और समझाया कि यह गांव किस तरह से आदर्श गांव है. उन्होंने गांव में एक मैरेज हॉल दिखाया. गांव में अमूल का डेरी पलांट भी है जहां गांव के किसान यहां से अमूल को दूध बेचते हैं. पता यह भी चला कि पटेल समुदाय के काफी लोग इंगलैंड जाकर बस गए हैं. वहां वह अपना व्यापार करते हैं.
कोरिया से मंगाया आरओ मशीन
सरपंच ने कहा कि विधायक ने अच्छा काम किया है. गांव में वाई-फाई है जिससे यहां के युवा और बच्चों को काफी फायदा हो रहा है. गांव में एक सुंदर पंचायत घर है जिसे सचिवालय कहते हैं. कोरिया से लाकर गांव में आरओ(पानी का फिल्टर) लगाया गया है. जिसकी किमत 1.5 करोड़ रुपये है. गांव में लगभाग सभी मकान पक्के हैं. गांव में कई भव्य मंदिर है. सड़के चौड़ी हैं, स्कूल बड़ा साफ सुथरा है. 290 बच्चों के लिए 10 शिक्षक हैं और स्कूल में कंप्यूटर भी है.