नई दिल्ली. हिमाचल प्रदेश में monsoon rains ने पिछले कुछ दिनों में भारी तबाही मचाई है और मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि बारिश का सिलसिला अभी कुछ और दिन जारी रह सकता है। India Meteorological Department (IMD) के मुताबिक, राज्य से मानसून का धीरे-धीरे विदाई का दौर 25 सितंबर के आसपास शुरू होने की संभावना है।
कौन-से इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित?
IMD ने मध्य और उच्च पहाड़ी क्षेत्रों के लिए yellow alert जारी किया है, जो 12 से 14 सितंबर तक प्रभावी रहेगा।
Shimla, Manali, Kullu जैसे popular tourist destinations में इस सप्ताह intermittent showers और fog की संभावना है।
Una और lowland areas में थोड़ी राहत मिल सकती है।
13 से 15 सितंबर के बीच भारी बारिश की चेतावनी के कारण authorities remain on high alert हैं।
बारिश से तबाही: 380 मौतें और करोड़ों का नुकसान
Himachal Pradesh State Disaster Management Authority (HPSDMA) के अनुसार:
मृतक संख्या: 380, अभी 40 लोग लापता
घायल: 439 लोग
घरों को नुकसान: 6,734
आर्थिक नुकसान का अनुमान: Rs 4,306 करोड़
बंद सड़कें: 577
बिजली ट्रांसफॉर्मर फेल: 598
जल आपूर्ति योजनाएं बाधित: 367
सबसे प्रभावित जिले: मंडी, कुल्लू और शिमला
Kullu: 204 से ज्यादा roads blocked, NH-03 और NH-305 पर यातायात बाधित, 270 transformers खराब।
Shimla: 102 water supply schemes प्रभावित।
Mandi: भारी landslides और सड़कें क्षतिग्रस्त, खासकर Saraghat और Jamsai के पास।
24 घंटे की rainfall रिपोर्ट: Murari Devi सबसे ऊपर
पिछले 24 घंटों में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज हुई:
Murari Devi (Mandi) – 63 mm
Bharari – 62.8 mm
Salapar – 54.4 mm
Naina Devi – 42.6 mm
Kangra और Palampur – 36.0 mm
Sundernagar – 33.9 mm
Mandi town – 27.0 mm
Strong winds भी Seobagh और Bajaura (Kullu district) में 39 km/h तक दर्ज की गई।
तापमान सामान्य, लेकिन मौसम अनिश्चित
Shimla Meteorological Centre के अनुसार:
न्यूनतम और अधिकतम तापमान सामान्य के करीब रहे।
Lowest temperature: 9.2°C (Keylong, Lahaul-Spiti)
Highest temperature: 36.0°C (Paonta Sahib)
राहत और पुनर्वास कार्य
हिमाचल प्रदेश में बारिश से हुई तबाही के बाद rescue and recovery operations युद्धस्तर पर चल रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि भारी नुकसान के कारण full restoration में कई सप्ताह लग सकते हैं।