नई दिल्ली.हिमाचल प्रदेश की 14वीं विधानसभा का Winter Session तपोवन में आज से शुरू हो गया। यह सत्र 5 दिसंबर तक चलेगा और कुल आठ बैठकें होंगी। पहले ही दिन सदन में माहौल गर्म हो गया जब विपक्ष ने Panchayat Election Delay का मुद्दा उठाते हुए स्थगन प्रस्ताव पेश किया।
हालांकि हंगामे की आशंका थी, लेकिन सरकार ने चर्चा के लिए सहमति जताई। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि कांग्रेस संविधान की सबसे बड़ी संरक्षक है और पंचायती राज में महिलाओं के लिए आरक्षण भी कांग्रेस की देन है। उन्होंने दावा किया कि पंचायत चुनाव कानूनी प्रक्रिया के अनुसार कराए जाएंगे।
कांग्रेस ही असल संविधान रक्षक: मुख्यमंत्री सुक्खू
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मामला अर्ध-न्यायिक है लेकिन विपक्ष आज Constitution Day का मुद्दा उठाकर राजनैतिक वातावरण बनाने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा कि कानून की सही संरक्षक कांग्रेस पार्टी है। सरकार कानून के दायरे में रहकर पंचायत चुनाव करवाएगी। उन्होंने यह भी तंज कसा कि भाजपा खुद विभाजित है और इसी कारण Leader of Opposition Jairam Thakur तनाव में रहते हैं। भाजपा विधायक रणधीर शर्मा ने Rule 67 के तहत प्रस्ताव लाते हुए कहा कि सरकार संवैधानिक संस्थाओं का सम्मान करे और पंचायत चुनाव समय पर आयोजित हों।
विपक्ष ने आपातकाल और कोविड का उदाहरण दिया
विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने चर्चा में कहा कि 1975 के Emergency की तरह सरकार चुनाव टाल रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार Disaster Management Act का बहाना बनाकर चुनाव स्थगित कर रही है। जयराम ठाकुर ने दावा किया कि कोविड जैसी गंभीर स्थिति में भी चुनाव हुए थे और आज उससे बड़ा कोई संकट नहीं है।
कांग्रेस का पलटवार: विपक्ष मुद्दों से भाग रहा है
स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कांग्रेस विधायक संजय अवस्थी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि जब भी विधानसभा सत्र शुरू होता है, विपक्ष मुख्य मुद्दों से भटक जाता है।उन्होंने कहा कि प्रदेश में आपदा के हालात हैं और सरकार को स्थितियों के अनुसार निर्णय लेने का अधिकार है। उन्होंने भाजपा पर विधायकों की horse trading का आरोप लगाकर पलटवार किया।
भाजपा विधायक सुरेंद्र शौरी का सवाल: चुनाव क्यों टल रहे हैं?
बंजार से BJP MLA सुरेंद्र शौरी ने कहा कि सरकार चुनाव से भाग रही है। उन्होंने पूछा कि जब छोटे-छोटे गांवों में लोग मतदान केंद्र जा सकते हैं, तो इस बार क्या समस्या है? शौरी ने कहा कि पंचायतों का पुनर्गठन भाजपा नहीं, सरकार के असमंजस का नतीजा है।
सदन में तीखी नोकझोंक: कार्यसूची को लेकर विवाद
स्थगन प्रस्ताव के बाद स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने सीएम से अगली Assembly agenda प्रस्तुत करने को कहा तो विपक्ष ने इसका विरोध किया। नियमों का हवाला देकर स्पीकर ने सीएम को कार्यसूची पढ़ने की अनुमति दी।
बंजार अग्निकांड प्रभावितों के लिए बड़ी राहत
मुख्यमंत्री सुक्खू ने सदन में घोषणा की कि घर जलने पर प्रभावितों को 7-7 लाख रुपये दिए जाएंगे। सामान नष्ट होने पर 1-1 लाख रुपये अतिरिक्त सहायता दी जाएगी।
सदन में अनुपस्थित रहे कई वरिष्ठ नेता
पहले दिन उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष विनय कुमार सदन में मौजूद नहीं रहे। स्पीकर की अनुपस्थिति में कांग्रेस विधायक संजय रतन ने सभापति की भूमिका निभाई।
