नालागढ़ (सोलन). नालागढ़ शहर और साथ लगते ग्रामीण क्षेत्रों में पीने के पानी की समस्या से लोग जूझ रहे हैं. दूसरी तरफ क्षेत्र में प्राकृतिक जल स्रोत बाबड़ी कुएं इत्यादि विभागीय उपेक्षा के कारण अपनी बदहाली के आंसू बहा रहा है.
प्राचीन समय में नालागढ़ ने बनी बावड़ियां कुएं आदि नालागढ़ के लोगों की प्यास बुझाती थी. आज इनकी हालत बद से बदतर हो रही आज इनकी हालत ये है गन्दा पानी जमा हो रहा है और ओर पानी बद्व मार रहा है यह शहर के बीचों बीच होने के कारण बीमारियां फैलने का खतरा लगातार रहता है. इसके बावजूद विभाग कुंभकर्णी नींद सोये हुए है.
नालागढ़ विकास मंच के अध्यक्ष नरेश घई सहित लोगों ने विभागीय कार्रवाई के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि नालागढ़ के साथ लगते क्षेत्र के लोग पीने के पानी की समस्या से जूझ रहे है. गर्मियों में तो पीने के पानी की गंभीर समस्या बन जाती है.
नगर परिषद के जूनियर इंजीनियर ने कहा कि नालागढ़ में अधिकतर प्राकृतिक जल स्रोतों की हालत सन्तोषजनक है. लेकिन कुछ बाबड़ियां और जलस्रोतों की हालत खराब है उसका नगरपरिषद में प्रस्ताव पास कर शीघ्र ही सुचारू रूप से ठीक कर दिया जाएगा.