हमीरपुर. जिले के करतार सिंह की कलाकृतियों ने धरोहर गांव नग्गर स्थित अंतरराष्ट्रीय रौरिक मेमोरियल आर्ट गैलरी में छाई हुई है. हमीरपुर एनआईटी में हेल्थ सेंटर में कार्यरत करतार सिंह ने प्रदर्शनी में 40 से अधिक बांस से निर्मित कलाकृतियों को रखा है.
पेशे से सीनियर फार्मासिस्ट करतार सिंह ने बताया कि वे विश्व प्रसिद्ध चित्रकार रोरिक ट्रस्ट में अपनी प्रदर्शनी लगाकर बेहद उत्साहित हैं तथा उन्हें हिमालय क्षेत्र और अध्यात्म ने हमेशा ही आकर्षित किया है. ऐसे में उनकी बांस से बनी कलाकृतियों में अध्यात्म, हिंदु देवी-देवता और पहाड़ रहे हैं.
प्रदर्शनी में बांस से बने हिमालय के पहाड़, कृषि औजार , हडिंबा मंदिर, पाराशर झील, शिमला चर्च और गणेश भगवान के चित्रों को दर्शकों ने ख़ूब सराहा. प्रदर्शनी में आए लोगों ने करतार सिंह की हर कलाकृति को खूब सराहा.
2000 में शुरू किया प्रयास
उनका कहना है कि परागपुर लोहड़ी उत्सव, हमीरपुर बचत भवन, एनआईटी व प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में वह अपनी कलाकृतियों को प्रदर्शित कर चुके हैं. बांस की कला को बचाने के लिए उन्होंने 2000 में एक प्रयास शुरू किया जोकि अब उनका शौक़ बन गया है. बांस से बनी कलाकृतियों की विदेश में अच्छी मांग है. उन्होंने कहा कि सरकार को इस कला को प्रोत्साहित करने के लिए प्रयास करने चाहिए.