सिराज(मंडी). मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर अपने बचपन के स्कूल बगस्याड में पहुंचकर भावुक हो गए. बगस्याड में आयोजित जन सभा के दौरान जयराम ठाकुर अपने बचपन की यादों में खो गए. उन्हें बचपन के वो दिन याद आ गए जब वह शिक्षा ग्रहण करने के लिए पैदल पहाड़ी रास्तों (पगडंडियों) से होकर स्कूल पहुंचते थे. जयराम ठाकुर ने कहा कि “मैंने कभी जिंदगी में नहीं सोचा था कि एक दिन सीएम बनूंगा और सीएम बनकर पहली बार उसी स्कूल में आऊंगा, जिस स्कूल की माटी में खेलकर बचपन गुजारा था.”
विश्वास का ही प्रतिफल है
सीएम ने कहा कि “मंडी के लोगों ने मुख्यमंत्री पद के लिए लंबा संघर्ष किया है. चच्योट से ही कर्म सिंह ठाकुर और मंडी से पं. सुखराम ने इसके लिए प्रयास किए थे. मगर अब जाकर लंबे अर्से के बाद मंडी जिला का यह सपना साकार हुआ है. यह सब लोगों के प्यार और अपने नेताओं पर विश्वास का ही प्रतिफल है. जिसकी वजह से मंडी जिला में कांग्रेस का सफाया हो गया.”
अब पूरा हिमाचल मेरा परिवार है
अपने बचपन की यादों को लोगों से साझा करते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि वह हर रोज अपने स्कूल आने-जाने के लिए अपने गांव तांदी से नौ किलोमीटर का सफर तय करके बगस्याड आते थे. उस समय मंडी से एक ही बस चलती थी. मुख्यमंत्री ने कहा कि “यह सही है कि सिराज के लोगों की वजह से मैं मुख्यमंत्री बना हूं. मगर बतौर मुख्यमंत्री अब मेरा परिवार बड़ा हो गया है. अब पूरा हिमाचल मेरा परिवार है. प्रदेश के 68 विधानसभा क्षेत्रों का एक समान विकास करवाना मेरी जिम्मेदारी है. सराज के लोगों को बड़ा दिल रखते हुए विकासात्मक फैसलों का सम्मान करना चाहिए.” इसके पश्चात जयराम ठाकुर ने जंजैहली में भी जनसभा को संबोधित किया.